Thursday Rules: हिंदू धर्म में भगवान विष्णु को सृष्टि के पालनकर्ता के रूप में पूजा जाता है. उन्हें प्रसन्न करने हेतु विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित किए जाते हैं, जिनमें गुड़, केला और चना को विशेष शुभ और प्रभावकारी माना गया है. इन तीनों पदार्थों का उपयोग सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत लाभकारी है.
गुड़ का भोग
गुड़ को पवित्रता और मधुरता का प्रतीक माना जाता है. इसे भगवान विष्णु को अर्पित करने से जीवन में सुख, सौभाग्य और समरसता आती है. यह शनि और मंगल दोष को शांत करने में भी सहायक होता है. गुड़ से भोग लगाने से व्यक्ति के व्यवहार में मधुरता आती है और पारिवारिक संबंधों में प्रेम बना रहता है.
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केला का भोग
केला एक सात्त्विक और ऊर्जा देने वाला फल है, जिसे विष्णु भगवान विशेष रूप से प्रिय मानते हैं. व्रत, पूजन अथवा गुरुवार के दिन भगवान को केला अर्पित करने से धैर्य, बुद्धि और विवेक की वृद्धि होती है. यह बृहस्पति ग्रह को बल प्रदान करता है, जिससे शिक्षा, विवाह और संतान संबंधित कार्यों में सफलता प्राप्त होती है.
चना का भोग
चना शक्ति, समर्पण और समृद्धि का प्रतीक है. विष्णु जी को चना चढ़ाने से साधक को मानसिक और शारीरिक ऊर्जा प्राप्त होती है. यह शुक्र और मंगल ग्रह के दोषों को संतुलित करता है और आर्थिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त करता है. गुरुवार के दिन चने का भोग विशेष फलदायी माना जाता है.
गुड़, केला और चना – ये तीनों सामग्रियां भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के साथ-साथ जीवन में सौभाग्य, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि लाने वाली मानी जाती हैं. श्रद्धा और नियमपूर्वक इनका भोग लगाने से नकारात्मकता दूर होती है और जीवन में आध्यात्मिक संतुलन और मानसिक शांति का अनुभव होता है.