Valmiki Jayanti 2024: रामायण रचयिता ऋषि वाल्मीकि की जयंती कल, जानें इसके बारे में विस्तार से
Valmiki Jayanti 2024: महर्षि वाल्मीकि को मुख्य तौर से रामायण महाकाव्य के रचयिता के रूप में जाना जाता है. यह महाकाव्य संस्कृत में लिखा गया है जो हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है. आश्विम माह की पूर्णिमा तिथि को वाल्मीकि जयंती के रूप में मनाया जाता है.
By Shaurya Punj | October 16, 2024 1:54 PM
Valmiki Jayanti 2024: वाल्मीकि जयंती का पर्व प्रतिवर्ष बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस दिन विशेष रूप से मंदिरों में वाल्मीकि जी की पूजा-अर्चना की जाती है और भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया जाता है. मान्यता के अनुसार, इसी दिन महर्षि वाल्मीकि का जन्म हुआ था. पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना की थी. हर वर्ष अश्विन मास की पूर्णिमा को महर्षि वाल्मीकि का जन्मदिन मनाने की परंपरा है.
आश्विम माह की पूर्णिमा तिथि 16 अक्टूबर को रात 08 बजकर 40 मिनट पर प्रारम्भ होगी. इस तिथि का समापन 17 अक्टूबर को दोपहर 04 बजकर 55 मिनट पर होगा. इस प्रकार, वाल्मीकि जयंती गुरुवार, 17 अक्टूबर को मनाई जाएगी.
जानें ऋषि वाल्मीकि के बारे में
वाल्मीकि का वास्तविक नाम अग्नि शर्मा था. वाल्मीकि का शाब्दिक अर्थ है वह जो चींटी-पहाड़ियों से उत्पन्न हुआ हो. उनकी तपस्या के समय उनके चारों ओर बनी विशाल चींटी-पहाड़ियों के कारण उन्हें इस नाम से जाना जाने लगा. उन्हें महाकाव्य रामायण के रचनाकार के रूप में पहचाना जाता है.
महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत में रामायण की रचना की, जिसे प्राचीन ग्रंथों में गिना जाता है. महर्षि वाल्मीकि के जन्म के संबंध में विभिन्न मत हैं, लेकिन यह कहा जाता है कि उनका जन्म महर्षि कश्यप और देवी अदिति के नौवें पुत्र वरुण तथा उनकी पत्नी चर्षिणी के घर हुआ था.