Vastu Tips: अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहे, तो वास्तु शास्त्र और हिन्दू धर्म में बताए गए कुछ खास प्रतीकों को घर में सही दिशा में अवश्य लगाएं. ये प्रतीक न केवल नेगेटिव एनर्जी को दूर करते हैं, बल्कि समृद्धि, शांति और सौभाग्य को भी आमंत्रित करते हैं. आइए जानते हैं 10 ऐसे शक्तिशाली और शुभ प्रतीकों के बारे में:
ॐ (ओम): ब्रह्मांडीय शक्ति का केंद्र
‘ॐ’ शब्द अद्भुत ध्वनि कंपन से जुड़ा है जो पूरे ब्रह्मांड में गूंजता है. घर में इसका चित्र या शोपीस लगाने से आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ती है और मन शांत होता है.
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पंचसूलक: नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा कवच
हल्दी से बने हथेली के निशान को पंचसूलक कहा जाता है. मुख्य द्वार पर इसे लगाने से बुरी शक्तियों का प्रवेश रुकता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
स्वस्तिक: मंगल और शुभता का प्रतीक
स्वस्तिक को हमेशा शुभ शुरुआत और सफलता का प्रतीक माना गया है. मुख्य द्वार पर दोनों ओर इसे लगाने से वास्तु दोष दूर होता है और सौभाग्य में वृद्धि होती है.
कमल: पवित्रता और उज्ज्वलता का संदेश
कमल का फूल विष्णु, लक्ष्मी और सरस्वती देवी का प्रिय आसन है. इसे घर में रखने से कठिनाइयों में भी सकारात्मक सोच बनी रहती है.
त्रिशूल: तीनों प्रकार की पीड़ा से मुक्ति
त्रिशूल दैविक, भौतिक और मानसिक कष्टों को दूर करता है. इसे मुख्य द्वार पर लगाने से बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती.
कलश: देवताओं का वास
जल और श्रीफल से युक्त कलश को मुख्य द्वार या पूजा स्थल पर रखने से लक्ष्मी और विष्णु का वास माना जाता है. यह समृद्धि का प्रतीक है.
नमस्ते चिन्ह: स्वागत का भाव
दरवाजे पर ‘नमस्ते’ चिन्ह लगाने से मेहमानों को अपनापन महसूस होता है और सकारात्मक माहौल बना रहता है.
शंख: शुभ ध्वनि का स्त्रोत
शंख की ध्वनि नकारात्मकता को दूर करती है और सकारात्मकता को आकर्षित करती है. पूजा स्थल या उत्तर दिशा में शंख रखना शुभ होता है.
दीपक: उजाला और ऊर्जा का संकेत
हर शाम दीपक जलाना न केवल परंपरा है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा और लक्ष्मी का आवाहन भी करता है. प्रवेश द्वार या पूजा स्थान पर दीपक जलाएं.
मछली: समृद्धि और स्वास्थ्य का प्रतीक
घर की उत्तर-पूर्व दिशा में मछली का चित्र या शोपीस लगाने से स्वास्थ्य, धन और सफलता के योग बनते हैं.
यदि आप भी अपने घर में शांति, सुख और समृद्धि चाहते हैं, तो इन शुभ प्रतीकों को ज़रूर अपनाएं. ये केवल धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि वास्तु विज्ञान के अनुसार भी बेहद प्रभावशाली माने जाते हैं.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
(ज्योतिष, वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ)
8080426594 / 9545290847
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