Vat Savitri Vrat 2025 की धूम, नवविवाहिताएं दिखीं भाव-विभोर, पूरी श्रद्धा से निभाई परंपरा
Vat Savitri Vrat 2025: सोमवार को वट सावित्री व्रत की धूम पूरे श्रद्धा और आस्था के साथ देखने को मिली. सुबह से ही सुहागिन महिलाएं स्नान कर नवीन वस्त्रों में पूजा सामग्री सहित वट वृक्ष के पास पहुँचीं. वहां उन्होंने विधिवत वट वृक्ष की पूजा कर अपने पति की दीर्घायु और सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना की. पूजा के उपरांत महिलाओं ने वट सावित्री व्रत की कथा भी श्रद्धापूर्वक पुरोहित से सुनी, जिससे व्रत का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व और भी गहराया.
By Shaurya Punj | May 27, 2025 8:05 AM
Vat Savitri Vrat 2025: पति की दीर्घायु और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए मनाया जानेवाला वट सावित्री व्रत सीमचार को पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ संपन्न हुआ शहर में विभिन्न स्थानों पर सुहागिनों ने शुभ मुहूर्त में वट वृक्ष की पूजा की और व्रत का घलन करते हुए कथा श्रवण किया. नवविवाहित जोड़ों में विशेष उत्साह दिखा. इससे पहले सुचा से ही सुहागिन महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सज-धजकर वट वृक्ष के समीप पहुंचों, विधिवत पूजा कर व्रत कथा सुनी और एक-दूसरे को मांग में सिंदूर लगाकर सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद लिया पूजा के दौरान महिलाओं के चेहरों पर आस्था और विश्वास की चमक स्पष्ट दिख रही थी.
श्रद्धा और उत्साह के साथ यह परंपरा निभायी : डॉ रानी झा
डॉ रानी झा का पहला वट सावित्री व्रत था, उन्होंने कहा कि हमारी शादी दिसंबर माह में हुई है. यह पहला तट सावित्री पर्व है, पति ऋषभ कोलकाता में कार्यस्त है, दोनों हरमू स्थिति घर आये हैं.
पूजा कुमारी पाठक ने कहा यह मेरा पहला व्रत है. पति की लंबी आयु के लिए यह व्रत करना मेरे लिए गर्व और श्रद्धा का विषय है. अब इस पर्व को और भी नजदीक से जानने का अवसर मिला.
सास के साथ व्रत करने का सौभाग्य मिला : पल्लवी पांडेय
सुंदरम और पल्लवी पांडेय ने बताया 18 अप्रैल की हमारी शादी हुई. सास के साथ व्रत करने का सौभाग्य मिला. उन्होंने हमें व्रत की विधि और महत्व बताया, परिवार संग यह वृक्ष की पूजा कर एक विशेऊर्जा महसूस हुई. गायत्री देवी का यह चौथा यह व्रत मेरे लिए बहुत खास है. सुबह से ही इसकी तैयारी में लगी रही और शुभ मुहूर्त में विधिवत पूजा संपन्न की.
बीना पांडेय 28 कई से व्रत कर रही है. उन्होंने कहा कि अब मेरी बहू और बेटी भी इस व्रत में मेरे साथ सम्मिलित होती है. इस वर्ग बहू के साथ व्रत करना मेरे लिए विशेष सौभाग्य की बात है.
कंचन देवी पिछले 10 वर्षों से वट सावित्री का व्रत कर रही हैं. उन्होंने कहा पति सेना में हैं. उनकी सलामती के लिए मैं यह व्रत करती हूं इससे मुझे आत्मबल मिलता है.