कल वृषभ संक्रांति के दिन इन चीजों का करें दान पितृ दोष और ग्रह बाधाएं होंगी समाप्त

Vrishabha Sankranti 2025 Daan: वृषभ संक्रांति के अवसर पर कुछ विशेष वस्तुओं का दान करने से जीवन में सुख और समृद्धि मिलती है, साथ ही पितृ दोष और ग्रह बाधाएं भी समाप्त होती हैं. आइए जानते हैं कि हमें किन वस्तुओं का दान करना चाहिए:

By Shaurya Punj | May 14, 2025 10:36 AM
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Vrishabha Sankranti 2025 Daan: हिंदू धर्म में वृषभ संक्रांति को एक महत्वपूर्ण और शुभ पर्व माना जाता है. यह संक्रांति तब होती है जब सूर्य मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करते हैं. वर्ष 2025 में यह संक्रांति 14 मई, बुधवार को मनाई जाएगी. आइए जानें इस दिन किन चीजों का दान करना चाहिए.

वृषभ संक्रांति पर क्या करें दान?

इस दिन कुछ खास वस्तुओं का दान करने से जीवन में सुख और समृद्धि प्राप्त होती है, साथ ही पितृ दोष और ग्रह बाधाएं भी समाप्त होती हैं. आइए जानते हैं कि हमें किन चीजों का दान करना चाहिए:

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तिल और गुड़

तिल और गुड़ का दान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है. यह दान पितरों की शांति और स्वास्थ्य के लिए किया जाता है.

घी और शक्कर

देसी घी और शक्कर का दान करने से घर में सुख और शांति बनी रहती है. इसे गरीबों, ब्राह्मणों या जरूरतमंदों को दिया जा सकता है.

वस्त्र

वृषभ संक्रांति पर नये या साफ वस्त्रों का दान करना बहुत शुभ माना जाता है. विशेषकर सफेद या पीले वस्त्र दान करना लाभकारी होता है.

जल से भरे घड़े

वृषभ संक्रांति के अवसर पर नए या स्वच्छ वस्त्रों का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है. विशेष रूप से सफेद या पीले रंग के वस्त्रों का दान लाभकारी होता है.

फल और मिठाइयां

मिट्टी या तांबे के घड़े में जल भरकर दान करने से ग्रह दोष समाप्त होते हैं और शांति प्राप्त होती है. यह दान गर्मियों में ठंडक का प्रतीक भी है.

चांदी या तांबे के पात्र

धातु के बर्तन दान करने से चंद्र और सूर्य से संबंधित समस्याओं का समाधान होता है. विशेष रूप से, यदि उन्हें जल या भोजन से भरा जाए तो यह अधिक लाभकारी सिद्ध होता है.

वृषभ संक्रांति का महत्व

हिंदू धर्म में संक्रांति को एक शुभ अवसर माना जाता है, जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है. वृषभ संक्रांति पर दान, स्नान, जप और तप करने से पापों का नाश होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. यह संक्रांति सूर्य की उपासना और दान के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है.

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