मुल्डर इस मैच में नियमित कप्तान टेम्बा बावुमा की अनुपस्थिति में दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी कर रहे थे. उन्होंने अपने आक्रामक अंदाज से क्रिकेट जगत को चौंका दिया. उन्होंने बाद में कहा, “ब्रायन लारा का यह रिकॉर्ड बनाए रखना ही सही था.” क्रिस गेल ने उनके इस निर्णय पर हैरानगी जताई थी. उन्होंने कहा कि वह शायद डर गए थे, इसलिए उन्होंने इसके लिए प्रयास नहीं किया. हालांकि अब उन्होंने बताया है कि लारा खुद चाहते थे कि वह इस रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश करें.
लारा ने कहा- अगली बार मत छोड़ना
मुल्डर ने सुपर स्पोर्ट्स के बात करते हुए कहा, “ब्रायन लारा ने मुझसे कहा कि मुझे रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड तोड़ने के लिए ही होते हैं और अगर मैं दोबारा ऐसी स्थिति में पहुंचूं तो मुझे उनसे ज्यादा रन बनाने चाहिए.” मुल्डर ने आगे कहा, “यह बात सुनना काफी खास था, खासकर किसी ऐसे दिग्गज से जो खुद एक महान खिलाड़ी रहे हैं. लेकिन मैं अभी भी मानता हूं कि मैंने जो किया वह सही था. मेरे लिए खेल का सम्मान सबसे अहम है.”
मुल्डर का यह निर्णय बाद में रणनीतिक रूप से सही साबित हुआ, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका ने जिम्बाब्वे को दोनों पारियों में ऑलआउट कर तीन दिनों के अंदर ही पारी और 236 रन से मुकाबला जीत लिया. बुलावायो में नंबर तीन पर खेलते हुए मुल्डर ने शानदार बल्लेबाजी की और जिम्बाब्वे के कमजोर गेंदबाजी आक्रमण का जमकर फायदा उठाया. उन्होंने अपनी पारी में 49 चौके और 4 छक्के लगाए, जो टेस्ट क्रिकेट की किसी भी पारी में दूसरा सबसे बड़ा बाउंड्री काउंट है. पहला जॉन एड्रिच के नाम पर है. उन्होंने एक पारी में 57 बाउंड्री लगाई हैं. मुल्डर की यह ऐतिहासिक पारी 2006 में महेला जयवर्धने के 374 रनों के बाद टेस्ट क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर है.
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