Champions Trophy 2025: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने गुरुवार को भारतीय मीडिया में आई उन रिपोर्टों को खारिज कर दिया, जिसमें दावा किया गया था कि बोर्ड को हाल ही में संपन्न चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी पर 869 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद 85 फीसदी का नुकसान हुआ है. यह टूर्नामेंट 19 फरवरी से आयोजित किया गया था. पीसीबी के प्रवक्ता आमिर मीर और मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जावेद मुर्तजा ने कहा कि 29 वर्षों में पहली बार पाकिस्तान में वैश्विक क्रिकेट की वापसी को चिह्नित करने वाले आईसीसी टूर्नामेंट ने बोर्ड के राजस्व में काफी वृद्धि की है.
टिकटों की ब्रिकी से पीसीबी को हुई भारी कमाई
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए पीसीबी अधिकारियों ने चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी से बोर्ड को हुए नुकसान के दावों को खारिज कर दिया और खुलासा किया कि उन्होंने इस आयोजन से 3 अरब रुपये कमाए. मीर ने कहा, ‘टूर्नामेंट के सभी खर्च आईसीसी ने उठाए थे. पीसीबी ने गेट मनी और टिकट बिक्री से राजस्व अर्जित किया और ऑडिट के बाद, हमें आईसीसी से अतिरिक्त 3 बिलियन रुपये की उम्मीद है.’ मीर ने आगे कहा कि बोर्ड ने चैंपियंस ट्रॉफी से 2 अरब रुपये की कमाई का प्रारंभिक लक्ष्य रखा था, लेकिन टूर्नामेंट के दौरान उन्होंने लक्ष्य को पार कर लिया.
भारत बना चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का विजेता
इस वैश्विक टूर्नामेंट में भारत दुबई में फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर चैंपियप बना. यह भारत का लगातार दूसरा आईसीसी खिताब है. पिछले साल रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम ने टी20 वर्ल्ड कप पर कब्जा किया था. मीर ने बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी की भी वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए सराहना की, क्योंकि पिछले वित्त वर्ष की तुलना में बोर्ड ने 40 प्रतिशत अधिक कमाई की है. मीर ने कहा, ‘इस वित्तीय मजबूती के साथ, पीसीबी अब दुनिया के शीर्ष तीन सबसे अमीर क्रिकेट बोर्डों में शुमार है. बोर्ड ने 40 मिलियन रुपए कर के रूप में भी चुकाए हैं.’
खिलाड़ियों के वेतन में पीसीबी ने कर दी कटौती
भारतीय मीडिया में छपी रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि घरेलू खिलाड़ियों को ‘वित्तीय गड़बड़ी’ का खामियाजा भुगतना पड़ा क्योंकि उनकी मैच फीस में 90 प्रतिशत तक की कटौती की गई है. हालांकि, मीर ने पुष्टि की कि नकवी ने वेतन कटौती के फैसले को पलट दिया है. अधिकारियों ने यह भी कहा कि वे दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के समापन समारोह के दौरान अपने बोर्ड अधिकारी की अनदेखी के संबंध में आईसीसी से स्पष्टीकरण का इंतजार कर रहे हैं.
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