ENG vs IND: इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के दौरान धीमी ओवर गति के लिए लगाए गए जुर्माने से काफी नाराज हैं. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इंग्लैंड पर लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान धीमी ओवर गति के लिए इंग्लैंड के दो महत्वपूर्ण WTC अंक काट दिए हैं. उस मुकाबले को मेजबान टीम ने 22 रनों से जीता था. दो अंक काटे जाने के अलावा, इंग्लैंड पर मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया. स्टोक्स ने कहा कि नियमों में बदलाव की जरूरत है और धीमी ओवर गति पर विचार करते समय आयोजन स्थलों पर भी विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि SENA देशों और एशियाई परिस्थितियों के लिए नियम एक जैसे नहीं हो सकते. Ben Stokes got angry on this decision of ICC big loss in the WTC points table
तेज गेंदबाजों को ओवर खत्म करने में लगता है समय
लॉर्ड्स टेस्ट में अपनी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए इंग्लैंड के इस ऑलराउंडर ने कहा कि एशियाई परिस्थितियों में स्पिनरों का दबदबा रहता है, इसलिए ओवर समय पर फेंके जाते हैं. हालांकि, SENA देशों के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता, क्योंकि वहां की परिस्थितियों के कारण तेज गेंदबाजों को ज्यादा ओवर दिए जाते हैं, इसलिए धीमी ओवर-रेट बनी रहती है. मैनचेस्टर टेस्ट से पहले मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्टोक्स ने कहा, ‘ओवर रेट ऐसी चीज नहीं है जिसकी मुझे चिंता हो, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि मैं जानबूझकर चीजों को धीमा कर देता हूं. मैं इससे जुड़ी निराशा को समझता हूं, लेकिन मुझे सच में लगता है कि इसकी संरचना पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है. एशिया में, जहां 70 प्रतिशत ओवर स्पिन गेंदबाजी से होते हैं, वही नियम न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में लागू नहीं हो सकते, जहां 70-80 प्रतिशत ओवर सीम गेंदबाजी से होते हैं.’
ओवर पूरा करने के लिए स्पिनरों को गेंदबाजी नहीं दी सकती
स्टोक्स ने आगे कहा, ‘क्योंकि स्पिनर का ओवर सीमर के ओवर से कम समय लेता है. इसलिए सामान्य समझ यही होगी कि आपको अलग-अलग महाद्वीपों में ओवर रेट के समय में बदलाव पर विचार करना चाहिए. मुझे भी लगता है कि पिछले कुछ सालों में ओवर रेट में जरूर कमी आई है. मैचों में कई बार ऐसा होता है कि सब कुछ दांव पर होता है और आप ओवर पूरा करने के लिए स्पिनर को गेंद नहीं थमा देते. आप कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल रहे हैं जहाँ आप सिर्फ ओवर रेट वापस पाने की कोशिश कर रहे हों. मुझे नहीं लगता कि लोग आकर ये देखना चाहेंगे.’
स्टोक्स ने स्वीकार कर ली थी सजा
इससे पहले, पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी इंग्लैंड पर जुर्माना लगाने और भारत को छूट देने के लिए आईसीसी पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा कि दोनों टीमें धीमी ओवर गति की दोषी थीं, इसलिए इंग्लैंड और भारत दोनों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए था. लॉर्ड्स टेस्ट की समाप्ति के बाद, आईसीसी ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी कर इंग्लैंड पर लगे जुर्माने की पुष्टि की. उस समय स्टोक्स ने आरोप स्वीकार कर लिया था, इसलिए औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी. आईसीसी ने अपनी आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, ‘मैदानी अंपायर पॉल रीफेल और शरफुद्दौला इब्ने शाहिद, तीसरे अंपायर अहसान रजा और चौथे अंपायर ग्राहम लॉयड ने आरोप लगाए.’ आईसीसी एलीट पैनल ऑफ मैच रेफरी के रिची रिचर्डसन ने समय की छूट को ध्यान में रखते हुए, इंग्लैंड पर यह जुर्माना लगाया, क्योंकि पाया गया कि इंग्लैंड ने निर्धारित लक्ष्य से दो ओवर कम फेंके थे.
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