‘द डेली टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘इंग्लैंड के दो वरिष्ठ क्रिकेट विश्लेषक नाथन लेमन और फ्रेडी वाइल्ड टीम का साथ छोड़ने जा रहे हैं. इससे पता चलता है कि राष्ट्रीय टीम आगे चलकर डेटा पर अधिक ध्यान नहीं देगी.’’ रिपोर्ट के मुताबिक, लीमन और वाइल्ड क्रमशः इंग्लैंड के वरिष्ठ डेटा विश्लेषक और सीमित ओवरों के विश्लेषक है. दोनों राष्ट्रीय टीम के साथ अपनी भागीदारी समाप्त कर रहे हैं.
रिपोर्ट में आगे कहा गया, ‘‘दोनों ही इस महीने के अंत में वेस्टइंडीज के खिलाफ इंग्लैंड की सीमित ओवरों की सीरीज में शामिल नहीं होंगे. इस श्रृंखला से हैरी ब्रुक कप्तान के तौर पर अपने एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज करेंगे.’’
मैकुलम केवल डेटा पर आधारित दृष्टिकोण में विश्वास नहीं रखते हैं. न्यूजीलैंड के इस पूर्व कप्तान का मानना है कि यह खेल के लंबे प्रारूप की की तुलना में टी20 प्रारूप के लिए अधिक उपयुक्त है. मैकुलम को यह भी लगता है कि सहायक कर्मचारियों की कम संख्या माहौल को सरल बनाये रखने में मददगार होती है.
उन्होंने कहा, ‘‘इस दृष्टिकोण के तहत इंग्लैंड के खिलाड़ियों को अपनी तैयारी और प्रदर्शन के लिए अधिक जिम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहित किया जायेंगे. इसके साथ ही मैच वाले दिनों में ड्रेसिंग रूम को अव्यवस्थित होने से बचाने के लिए सहायक कर्मचारियों की संख्या में कमी की गई है.’’ वास्तव में इंग्लैंड का दृष्टिकोण भारत के विपरीत रहा है, जहां राहुल द्रविड़ के युग में डेटा पर अधिक जोर दिया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘खिलाड़ी अपने स्तर पर विश्लेषकों की सलाह ले सकते हैं लेकिन उन्हें अंतर्मन पर अधिक भरोसा करने की सलाह दी जायेगी.’’
‘हनीमून जैसा लगेगा…’ रोहित शर्मा को लेकर रवि शास्त्री ने खोला राज; हिटमैन कैसे बने टेस्ट के ओपनर
अगर बनना है प्रोफेशनल क्रिकेटर, तो ‘द वाल’ कोच राहुल द्रविड़ की कही बात आपको जाननी चाहिए
अब शहबाज शरीफ के पास शील्ड लेकर पहुंचे शाहिद अफरीदी, ‘बुनियान-ए-मर्सूस’ की दी बधाई