एक नजर उनके करियर की ओर
जो सोलोमन ने अपने करियर में, साल 1958 से 1965 के बीच कैरेबियाई टीम के लिए 27 टेस्ट खेले और 34 की औसत से 1326 रन बनाए. उन्होंने 26 साल की उम्र में पदार्पण किया था और वेस्टइंडीज टीम में अपनी जगह बनाई. उन्होंने वेस्टइंडीज के तरफ से खेलते हुए पहली तीन पारियों में शतक जड़े. सोलोमन ने जमैका के खिलाफ नाबाद 114 रन, बारबाडोस के खिलाफ 108 रन और दौरे पर आए पाकिस्तान के खिलाफ 121 रन बनाए. इसके बाद, उन्हें भारत के खिलाफ सीधे वेस्टइंडीज टीम में शामिल कर लिया गया, जहां दिल्ली में अपने चौथे टेस्ट में उन्होंने नाबाद 100 रन बनाए.
सोलोमन ने गाबा में कराया था मैच टाई
सोलोमन ने साल 1960 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा में एक टेस्ट मैच खेल रहे थे. सोलोमन की वजह से वह मैच टाई हो गई थी. टाई हुए टेस्ट में उनकी भूमिका के लिए उन्हें सबसे ज्यादा याद किया जाएगा. मैच के अंतिम आठ गेंद में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए छह रन की जरूरत थी और तीन विकेट शेष थे, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया के दो बल्लेबाज रिची बेनौद और वैली ग्राउट जल्द आउट हो गए. अब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए दो गेंदों पर एक रन की जरूरत थी और केवल एक विकेट शेष थे. आखिरी बल्लेबाज लिंडसे क्लाइन ने अगली गेंद को स्क्वायर लेग की ओर धकेला और एक सिंगल चुराने की कोशिश की, लेकिन सोलोमन के डेड-आई गोल ने इयान मेकिफ को क्रीज से थोड़ा दूर पकड़ लिया, जिसके परिणामस्वरूप पहली बार टेस्ट टाई हुआ.
टेस्ट मैच में सोलोमन ने खेली थी बेहतरीन पारी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस टेस्ट मुकाबले में सोलोमन ने बल्लेबाजी के दौरान उपयोगी रन बनाए, उस दौरे पर उनकी बल्लेबाजी को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में दूसरे टेस्ट में मामूली विवाद के लिए सबसे ज्यादा याद किया जाएगा जब वह हिट-विकेट आउट हो गए थे क्योंकि उनकी टोपी स्टंप्स पर गिर गई थी.