‘हकदार नहीं?’ अंग्रेज पत्रकार के सवाल पर भड़क गए गौतम गंभीर, बोले- इंग्लैंड का बल्लेबाज…

Gautam Gambhir on Handshake Controversy at Manchester: मैनचेस्टर टेस्ट के अंतिम पलों में जडेजा और सुंदर ने स्टोक्स का ड्रॉ प्रस्ताव ठुकरा दिया, जिससे तनाव बढ़ गया. दोनों खिलाड़ी शतक के करीब थे और इंग्लिश कप्तान की नाराजगी के बावजूद उन्होंने शतकीय पारी पूरी की. गौतम गंभीर ने मैच के बाद दोनों भारतीय बल्लेबाजों का समर्थन करते हुए उनके फैसले को पूरी तरह सही बताया.

By Anant Narayan Shukla | July 28, 2025 9:45 AM
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Gautam Gambhir on Handshake Controversy at Manchester: मैनचेस्टर टेस्ट के अंतिम क्षणों में भारत और इंग्लैंड के बीच हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला, जब इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की ओर से ड्रॉ का प्रस्ताव दिए जाने के बावजूद भारतीय बल्लेबाज रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने उसे ठुकरा दिया. दोनों बल्लेबाज अपने-अपने शतक के करीब थे. उन्होंने हार नहीं मानी, जिससे इंग्लिश कप्तान साफ तौर पर नाराज नजर आए. इसके बाद मैदान पर जुबानी बहस हुई और मैच के आखिरी पल और भी गर्म हो गए. हालांकि इससे दोनों खिलाड़ियों को कोई फर्क नहीं पड़ा और उन्होंने अपने-अपने शतक पूरे किए. मैच के बाद इस मामले पर गौतम गंभीर की प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों की साइड लेते हुए बेबाक ढंग से बात रखी.  

गौतम गंभीर ने मैनचेस्टर टेस्ट के अंतिम मिनटों में हुए ड्रामे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि दोनों भारतीय बल्लेबाजों ने सही किया और उन्हें अपने शतक तक पहुंचने का पूरा हक था. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड के बल्लेबाज अगर 90 और 85 पर होते तो क्या वे मैदान छोड़ देते? मैच के दौरान, जडेजा को इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने स्लेजिंग का निशाना भी बनाया गया, लेकिन इसके बावजूद दोनों भारतीय बल्लेबाजों ने अपने शतक पूरे किए. मैच खत्म होने के बाद हाथ मिलाने की रस्म में भी बेन स्टोक्स ने जडेजा और सुंदर को अनदेखा कर दिया, जिससे विवाद और बढ़ गया.

‘वे शतक के हकदार नहीं हैं?’

भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने दोनों खिलाड़ियों का समर्थन करते हुए कहा कि वे अपने शतक के बिल्कुल हकदार थे. वहीं स्टोक्स ने कहा कि उनका उद्देश्य अपने गेंदबाजों को अगले मैच के लिए बचाना था. गौतम गंभीर अपनी साफगोई के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल को पलटते हुए इंग्लैंड की मंशा पर सवाल उठा दिया. उन्होंने कहा, “अगर कोई बल्लेबाज 90 पर और दूसरा 85 पर बल्लेबाजी कर रहा हो, तो क्या वे शतक के हकदार नहीं हैं?” गंभीर ने आगे कहा, “अगर इंग्लैंड का कोई बल्लेबाज 90 या 85 पर होता और उसे पहला टेस्ट शतक बनाने का मौका मिल रहा होता, तो क्या उन्हें खेलने नहीं दिया जाता?” 

वॉशिंगटन सुंदर ने इस पारी में अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया और जैसे ही उन्होंने 100 रन पूरे किए, दोनों टीमों के बीच हाथ मिलाने की औपचारिकता पूरी हुई. गंभीर ने आगे कहा, “देखिए, यह उनकी मर्जी है कि वे कैसे खेलना चाहते हैं. लेकिन मेरा मानना है कि दोनों खिलाड़ियों ने शतक डिजर्व किया और उन्होंने वह हासिल किया.”

भारत ने सीरीज में बनाई वापसी की उम्मीद

भारतीय बल्लेबाजों के दूसरे इनिंग्स में शानदार और संघर्षपूर्ण प्रदर्शन के चलते एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी अब भी जिंदा है. इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे है और भारत को मैनचेस्टर टेस्ट में एक सकारात्मक नतीजे की जरूरत थी, जिसे ड्रॉ कराकर उन्होंने अपने मौके बनाए रखे हैं. अब टीम लंदन रवाना होगी, जहां ओवल में होने वाले आखिरी टेस्ट में भारत के पास सीरीज ड्रॉ कराने का मौका होगा, ठीक वैसे ही जैसे पिछली इंग्लैंड यात्रा में हुआ था, जब मेजबानों ने वापसी कर सीरीज बराबरी पर खत्म की थी. हालांकि चोट से जूझती टीम इंडिया के लिए मुसीबतें अब भी मुंह बाए खड़ी हैं. 

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