पहले दिन के खेल में भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी शुरू की थी. सुबह के सत्र में यह विवाद भारतीय पारी के 13वें ओवर की दूसरी गेंद पर हुआ. इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोश टंग ने साई सुदर्शन को तेज यॉर्कर फेंकी, जो सीधे उनके पैड से टकराई. इंग्लिश खिलाड़ियों ने जोरदार अपील की, लेकिन कुमार धर्मसेना ने अपील ठुकरा दी और साथ ही हाथ के इशारे से दिखाया कि गेंद पहले बल्ले से लगी थी.
मैदानी अंपायर धर्मसेना ने बिना देर किए अपील को खारिज कर दिया. इतना ही नहीं, उन्होंने अपने हाथ से इशारा करते हुए यह जताया कि गेंद बल्ले से लगी है. यह दृश्य कैमरे में भी कैद हो गया. माना जा रहा है कि अगर धर्मसेना यह इशारा नहीं करते, तो इंग्लैंड डीआरएस लेने का फैसला कर सकता था और शायद उनका एक रिव्यू बेकार चला जाता. लेकिन धर्मसेना के इस इशारे के कारण इंग्लैंड ने डीआरएस नहीं लिया और उनका रिव्यू बच गया.
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. गौरतलब है कि कुमार धर्मसेना पहले भी भारत के मैचों में अपने कुछ फैसलों के चलते विवादों में आ चुके हैं, इसलिए यह नया मामला उनकी आलोचना को और तेज कर रहा है.
मैच की बात करें तो शुभमन गिल इस मुकाबले में भी टॉस जीतने में नाकाम रहे और लगातार पांचवीं बार टॉस हार गए. इंग्लैंड के नए कप्तान ओली पोप ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया. भारत की शुरुआत खराब रही, जहां यशस्वी जायसवाल सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हुए और केएल राहुल 14 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. इसके बाद कप्तान शुभमन गिल भी 21 रन पर रन आउट हो गए. भारत ने 153 रन पर ही 6 विकेट गंवा दिए थे. लेकिन इस मैच में वापसी कर रहे करुण नायर की फिफ्टी और वाशिंगटन सुंदर की धैर्यपूर्ण पारी की बदौलत भारत 6 विकेट के नुकसान पर, पहले दिन का खेल समाप्त होने तक 206 रन बना लिए हैं.
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