एजबेस्टन में मिली इस जीत से भारत ने न केवल एक लंबे सूखे को खत्म किया, बल्कि अपनी टेस्ट क्रिकेट की ताकत भी फिर से साबित की. शुभमन गिल की अगुवाई में यह जीत आने वाले समय में एक नए युग की शुरुआत मानी जा सकती है. भारत अब न केवल घर में, बल्कि विदेशों में भी टेस्ट क्रिकेट की सबसे दमदार टीमों में से एक बन चुका है.
सबसे ज्यादा टेस्ट मैदानों पर जीत का वर्ल्ड रिकॉर्ड भारत के नाम
इस जीत के साथ भारत ने एक और बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. भारत अब दुनिया की ऐसी इकलौती टीम है जिसने सबसे ज़्यादा अलग-अलग टेस्ट मैदानों पर जीत दर्ज की है. भारत ने 1932 में अपना पहला टेस्ट मैच खेलने के बाद से अब तक कुल 85 अलग-अलग टेस्ट मैदानों पर मुकाबले खेले हैं, और इनमें से 60 मैदानों पर कम से कम एक टेस्ट मैच जीता है. इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर है, जिसने 57 मैदानों पर टेस्ट मैच जीते हैं. वहीं इंग्लैंड 55 मैदानों पर जीत के साथ तीसरे स्थान पर है. इसके अलावा 50 मैदानों पर जीत के साथ वेस्टइंडीज चौथे तो 49 मैदानों पर जीत के साथ साउथ अफ्रीका पांचवे स्थान पर है.
टेस्ट मैचों में अलग-अलग स्थानों पर जीत दर्ज करना सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, यह उस टीम के संतुलन, अनुभव और धैर्य का संकेत है. हर देश की पिचों की विशेषता अलग होती है, जैसे ऑस्ट्रेलिया में बाउंस, इंग्लैंड में स्विंग, भारत में टर्न, और साउथ अफ्रीका में गति और उछाल. ऐसे में जब कोई टीम हर परिस्थिति में खुद को ढालकर जीत हासिल करती है, तो वह वाकई में एक चैंपियन टीम कहलाती है. भारत को एक ऐसा मैदान है जहां अब तक उसे टेस्ट जीत का इंतजार है. टीम इंडिया को केंसिंग्टन ओवल, बारबाडोस में अभी भी जीत का इंतजार है. यहां भारत ने 9 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से सात में हार और दो ड्रॉ रहे हैं.
एजबेस्टन में भारत की ऐतिहासिक जीत
रविवार को बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट क्रिकेट का एक ऐतिहासिक दिन देखने को मिला. बारिश के कारण भारत को 7 बचे हुए विकेट लेने के लिए थोड़ा कम समय मिला, लेकिन इसके बावजूद टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की. इंग्लैंड की टीम भारत के दिए गए लक्ष्य से 336 रन पीछे रह गई और भारत ने दूसरा टेस्ट जीतकर इतिहास रच दिया.
यह मैच भारत के युवा कप्तान शुभमन गिल के लिए भी बेहद खास रहा, क्योंकि यह उनकी कप्तानी में पहली टेस्ट जीत है. साथ ही गिल ने शानदार पारियां भी खेली उन्होने पहली पारी में दोहरा शतक जड़ा तो वहीं दूसरी पारी में शतक लगाया. इसके साथ ही भारत ने एजबेस्टन में अपना 68 साल पुराना सूखा भी खत्म कर दिया. भारत ने यहां 1967 से अब तक 8 टेस्ट मैच खेले थे, लेकिन एक भी नहीं जीत पाया था.
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