प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने हंसते हुए कहा कि वो इतना थक चुके थे कि जश्न मनाने की ताकत ही नहीं बची थी. बुमराह ने कहा, “मैंने वहां जश्न नहीं मनाया क्योंकि मैं थक गया था,” बुमराह ने मुस्कराते हुए कहा, “मैं अब 21-22 साल का नहीं हूं कि कूदने लगूं. मैं बस अपने रनअप पर वापस जाना चाहता था और अगली गेंद फेंकनी थी.”
बुमराह को वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते बर्मिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट से आराम दिया गया था, लेकिन उन्होंने तीसरे टेस्ट में जबरदस्त वापसी की. सुबह के सत्र में उनकी सात गेंदों की घातक स्पेल ने मैच का रुख बदल दिया, जिसमें उन्होंने जो रूट (104), बेन स्टोक्स (44) और क्रिस वोक्स (0) को आउट कर इंग्लैंड को 251/4 से 271/7 पर ला खड़ा किया. हालांकि इंग्लैंड ने बाद में जेमी स्मिथ (51) और ब्रायडन कर्स (56) की जुझारू 84 रनों की साझेदारी के दम पर 387 का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया.
बुमराह का यह लगातार दूसरा पांच विकेट हॉल और टेस्ट करियर का 15वां फाइवफॉर था. हालांकि लॉर्ड्स में पहला. इस उपलब्धि पर गर्व जताते उन्होंने कहा, “ऑनर्स बोर्ड पर नाम आना अच्छा लगता है. यह बात अपने बेटे को बताने में अच्छा लगेगा.”
वहीं भारत ने दूसरे दिन का खेल 145/3 पर समाप्त किया. टीम इंडिया अब भी इंग्लैंड के स्कोर से 242 रन पीछे है. भारत ने यशस्वी जायसवाल, करुण नायर और शुभमन गिल के रूप में अपने तीन विकेट गंवाए. जबकि केएल राहुल (53*) और ऋषभ पंत (19*) क्रीज पर डटे हुए हैं और भारत को मजबूती दे रहे हैं.
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