डिविलियर्स ने एक पॉडकास्ट में साफ शब्दों में कहा कि उनके लिए सबसे अहम विकेट हेनरिक क्लासेन का था. अगर वह तीन ओवर और क्रीज पर टिक जाते, तो साउथ अफ्रीका निश्चित तौर पर यह फाइनल जीत जाता. एक पॉडकास्ट में बात करते हुए डिविलियर्स ने कहा, “वो मैच भी काफी करीबी था. एक भारतीय के तौर पर आपको भी लगा होगा कि शायद हम जीत जाएंगे. क्लासन कमाल की बल्लेबाज़ी कर रहा था, साथ में मिलर भी थे. लेकिन मुझे हमेशा लगा कि हालात हमारे खिलाफ हैं. गेंद थोड़ी नरम हो गई थी और मुझे पता था कि अगर एक विकेट और गिरा, तो मैच खुल जाएगा और वही हुआ. क्लासन ने हमें वापसी का मौका दिया, लेकिन भारत ने पहले बल्लेबाज़ी करके अच्छा स्कोर बना लिया था, जिससे फाइनल में पीछा करना हमेशा मुश्किल था. लड़कों ने अच्छा किया कि मैच को इतना करीबी बना दिया.”
डिविलियर्स से जब पूछा गया कि इस मैच का सबसे अहम पल क्या था- स्काई का कैच? इस पर डिविलियर्स ने कहा, “नहीं, मेरे लिए तो क्लासन का आउट होना ही टर्निंग पॉइंट था. अगर वो तीन और ओवर खेल जाता, तो हम जीत जाते, भले ही वो सिर्फ सिंगल लेता और मैच को लंबा खींचता. उसके आउट होते ही हमारे खेल का मोमेंटम चला गया. फिर छोटे-छोटे पल आए, लेकिन हार्दिक पांड्या ने आखिरी ओवर बहुत शानदार तरीके से डाला. उन्हें उसका क्रेडिट देना पड़ेगा और हां, मिलर का शॉट जिसे स्काई ने बाउंड्री के पास कैच किया वो बिल्कुल सही कैच था. दिल तो टूटा, लेकिन ठीक है… आखिरकार वो इंडिया था. (हंसते हुए) मजाक कर रहा हूँ.”
मैच में कैसे पलटा माहौल
दरअसल, साउथ अफ्रीका को जीत के लिए आखिरी पांच ओवर में 30 से भी कम रन चाहिए थे और क्लासेन उस समय अपने पूरे लय में खेल रहे थे. उन्होंने महज 27 गेंदों में तेजतर्रार अर्धशतक जमाया था. लेकिन 17वें ओवर में हार्दिक पांड्या की एक शॉर्ट गेंद पर क्लासेन ने बड़ा शॉट खेलने की कोशिश की और कैच आउट हो गए. यही वह क्षण था जिसने मैच की तस्वीर बदल दी. मैच का रोमांच आखिरी ओवर तक बरकरार रहा. साउथ अफ्रीका को जीत के लिए अंतिम ओवर में 16 रन चाहिए थे. पांड्या ने न सिर्फ सटीक गेंदबाजी की, बल्कि डेविड मिलर को भी आउट किया, जिससे मुकाबला भारत की झोली में आ गया. इस तरह भारत ने 2007 के बाद पहली बार टी20 विश्वकप जीतकर 17 साल का सूखा खत्म किया.
इस फाइनल में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 176 रन बनाए, जिसमें विराट कोहली ने शानदार 76 रनों की पारी खेली. जवाब में साउथ अफ्रीका 169 रन ही बना पाई. पांड्या ने 3 महत्वपूर्ण विकेट झटके और मैन ऑफ द मैच बने थे.
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