‘मैं कप्तान होता तो इनको…’, जडेजा-सुंदर को शतक से रोका, भड़के अश्विन ने स्टोक्स को सुनाई खरी-खोटी

R Ashwin on Ben Stokes Handshake Controversy: मैनचेस्टर टेस्ट के अंतिम दिन बेन स्टोक्स ने जडेजा और सुंदर को शतक से रोकने की नाकाम कोशिश की और फिर छींटाकशी पर उतर आए. मैच जल्दी खत्म करने की पेशकश की गई, तब जडेजा ने साफ कहा कि वे बल्लेबाजी जारी रखेंगे. इस व्यवहार पर आर अश्विन ने स्टोक्स को करारा जवाब देते हुए उनकी मानसिकता को आड़े हाथों लिया.

By Anant Narayan Shukla | July 28, 2025 1:38 PM
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R Ashwin on Ben Stokes Handshake Controversy: खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे. मैनचेस्टर टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स का रवैया कुछ ऐसा ही नजर आया, जब उन्होंने रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर को उनके शतक से रोकने की बचकानी कोशिश की. जब उनकी चालें नाकाम रहीं तो उन्होंने खासतौर पर जडेजा पर मैदान में लगातार तंज कसने और छींटाकशी का सहारा लिया. इस पूरे विवाद की शुरुआत तब हुई जब स्टोक्स अंपायर के पास जाकर जल्दी मैच खत्म करने की बात करने लगे. उस वक्त जडेजा 89 और सुंदर 80 रन पर खेल रहे थे और दोनों ही अपने शतक के करीब थे. स्टोक्स सीधे जडेजा के पास जाकर हाथ मिलाने लगे, जिसे आमतौर पर मैच खत्म होने पर किया जाता है. लेकिन जडेजा ने स्पष्ट कह दिया कि वे बल्लेबाजी जारी रखेंगे. इस पूरे मामले में पूर्व दिग्गज स्पिनर और जडेजा के प्रिय साथी आर अश्विन ने स्टोक्स की हरकतों पर तीखा तंज कसा और उन्हें आईना दिखाया. 

टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए भारतीय बल्लेबाजों की आलोचना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. अश्विन ने गुस्से में कहा, “क्या आपने ‘दोहरा मापदंड’ शब्द सुना है? उन्होंने पूरे दिन आपकी गेंदबाजी का सामना किया, आपको खेल से बाहर कर दिया और जब वे अपने शतकों के करीब पहुंचे तो आप अचानक चाहते हैं कि मैच खत्म कर दें? वे ऐसा क्यों करें?”  उन्होंने आगे कहा, “आप पूछते हैं, ‘क्या आप हैरी के खिलाफ शतक बनाना चाहते हैं?’ अरे ब्रूक नहीं भाई. उसे शतक बनाना है. आप कोई भी गेंदबाज ले आइए उन्हें कोई आपत्ति नहीं थी. ब्रूक को लाना आपका फैसला था, हमारा नहीं. हम तो किसी भी गेंदबाज के खिलाफ रन बनाएंगे.” 

अश्विन ने जल्दी हैंडशेक की पेशकश के पीछे की मंशा को भी उजागर किया. उन्होंने कहा, “इसके दो कारण थे एक, आप अपने गेंदबाजों को थकाना नहीं चाहते थे. ठीक है. दूसरा, आप हताश हो चुके थे और सोच रहे थे कि ‘अगर मैं खुश नहीं हूं तो तुम भी क्यों रहो.’ लेकिन क्रिकेट ऐसे नहीं खेला जाता.” एक कप्तान के रूप में अपने रुख को स्पष्ट करते हुए अश्विन ने कहा, “अगर मैं कप्तान होता तो ओवर का पूरा कोटा खत्म होने तक मैच को ले जाता. ये टेस्ट रन होते हैं. शतक कमाया जाता है, दिया नहीं जाता. वॉशिंगटन इसके हकदार थे. जडेजा इसके हकदार थे. बात खत्म.”

जडेजा ने जब हाथ मिलाने से मना किया तो स्टोक्स यह सुनकर झल्ला गए और जडेजा पर कटाक्ष करने लगे. उन्होंने व्यंग्य से पूछा, “क्या आप हैरी ब्रूक जैसे पार्ट टाइम गेंदबाज के खिलाफ शतक बनाना चाहते हैं?” जडेजा ने जवाब दिया, “यह मेरे हाथ में नहीं है.” तभी जैक क्रॉली ने भी तंज कसा “फिर तो हाथ मिला लो, यह शर्मनाक है.” स्टंप माइक में स्टोक्स की आवाज रिकॉर्ड हुई, जिसमें वे जडेजा से कहते सुने गए, “अगर शतक बनाना था तो ऐसी बल्लेबाज़ी करनी चाहिए थी कि लगे कि आप वाकई शतक बनाना चाहते हैं.” लेकिन जडेजा ने अपने ही अंदाज में जवाब दिया हैरी ब्रूक की गेंद पर शानदार छक्का जड़कर उन्होंने अपना शतक पूरा कर लिया.

आखिरकार भारत और इंग्लैंड ने तब हाथ मिलाया जब दोनों बल्लेबाज अपने-अपने शतक को पूरा करते हुए मील के पत्थर तक पहुंच गए. भारत ने मैच को भले ही ड्रॉ करवा लिया हो, लेकिन सीरीज अब भी 2-1 से इंग्लैंड के पक्ष में है. अब अंतिम टेस्ट मैच द ओवल में खेला जाना है, जहां भारत के पास इसे बराबरी पर लाने का मौका होगा. 

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