‘द ओवरलैप क्रिकेट’ के यूट्यूब चैनल पर शास्त्री ने कहा, ” सुनील गावस्कर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली, ये निश्चित तौर पर रहेंगे. मैं हर दशक के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ियों की बात कर रहा हूं.” पांचवे खिलाड़ी पर उन्होंने थोड़ा सोचा और कहा कि बिशन सिंह बेदी होते, लेकिन एमएस धोनी फिर भी जगह लेंगे. बुमराह अभी भी खेल रहे हैं. मैं उन खिलाड़ियों की बात कर रहा हूं जो लगभग अपना करियर समाप्त कर चुके हैं, इसलिए यही पांच होंगे.”
इसके बाद एलिस्टेयर कुक ने पूछा, “नंबर 1 कौन होगा, गावस्कर?” शास्त्री ने इस पर कहा कि बल्लेबाजी में वह गावस्कर को सबसे ऊपर रखेंगे, जबकि पूरे पैकेज के रूप में वह सचिन तेंदुलकर को नंबर एक मानते हैं, उनकी लंबी पारी, रिकॉर्ड्स और कठिन गेंदबाजों के खिलाफ खेलने की वजह से. “गावस्कर मैं कहूंगा बल्लेबाजी में, कपिल एक शानदार क्रिकेटर. लेकिन अगर मैं पूरे पैकेज की बात करूं, तो नंबर एक सचिन तेंदुलकर होंगे, क्योंकि उनसे जुड़ी अपेक्षाएं बहुत थीं, उनका करियर बहुत लंबा था, 24 साल.”
शास्त्री ने आगे कहा, “24 साल बहुत लंबा समय है. उन्होंने 100 शतक बनाए. उन्होंने हर दशक के तेज गेंदबाजों का सामना किया. करियर की शुरुआत वसीम अकरम, वकार यूनिस और इमरान खान जैसे गेंदबाजों का सामना करने से की, फिर ऑस्ट्रेलियाई, इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड और एंडरसन से लेकर दक्षिण अफ्रीका के पोलॉक और जैक कैलिस तक. तकनीकी रूप से वह बेहद शुद्ध बल्लेबाज थे और उनकी फैन फॉलोइंग भी जबरदस्त थी.”
सभी दिग्गजों का करियर का संक्षिप्त लेखा जोखा
अगर इन दिग्गजों की बात करें, तो सुनील गावस्कर, ‘लिटिल मास्टर’ तकनीकी रूप से भारत के सबसे मजबूत बल्लेबाजों में माने जाते हैं. वे 125 टेस्ट में 10,122 रन, 34 शतक और टेस्ट में 10,000 रन पार करने वाले पहले बल्लेबाज रहे. वह 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा थे. वहीं कपिल देव 1983 में भारत को विश्व विजेता बनाने वाले करिश्माई ऑलराउंडर. उनके नाम 356 मैचों में 9,031 रन और 687 विकेट दर्ज हैं. टेस्ट में 434 विकेट के साथ भारत के सबसे सफल गेंदबाजों में शामिल.
सचिन तेंदुलकर के बारे में तो जितना कहा जाए कम ही लगता है. 24 साल तक चला एक ऐतिहासिक करियर मे उन्होंने 664 मैचों में 34,357 रन और 100 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़े. टेस्ट और ODI दोनों में सबसे ज्यादा रन. वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज. तमाम उपलब्धियों में से ये चुनिंदा हैं. वहीं महेंद्र सिंह धोनी एकमात्र कप्तान, जिन्होंने T20, ODI वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीती. 538 मैचों में 17,266 रन, 829 विकेटकीपिंग डिसमिसल्स और ODI में 50+ की औसत वाले बल्लेबाज भी रहे. जबकि विराट कोहली तीनों फॉर्मेट में भारत के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी हैं. 550 मैचों में 27,599 रन, 82 शतक का रिकॉर्ड इसकी गवाही देता है. 3 ICC खिताब, 40 टेस्ट जीतों के साथ भारत के सबसे सफल कप्तान. वे T20 और ODI में शीर्ष रन स्कोरर में शामिल रहे.
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