Shoaib Akhtar drunk: भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने सचिन तेंदुलकर और पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर से जुड़ा एक मजेदार किस्सा शेयर किया. भारत और पाकिस्तान दोनों ही देशों के बीच राजनीतिक तनाव के कारण अब द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जाती है. अप्रैल 2025 में कश्मीर के पहलगाम में भारतीय पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद यह स्थिति और बिगड़ गई. इसके बाद, दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए, जिससे रिश्ते और भी खराब हो गए. हालांकि, एक समय ऐसा भी था जब भारत और पाकिस्तान दोनों द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में एक-दूसरे का सामना करते थे और प्रशंसकों को शानदार क्रिकेट देखने का मौका मिलता था. Shoaib Akhtar drunk and lifted Sachin on his shoulders Sehwag recalled incident
अख्तर की बात कर आज भी हंसते हैं सहवाग
सहवाग ने उस क्षण के बारे में बताया जब नशे में धुत शोएब अख्तर मास्टर ब्लास्टर को अपने कंधे पर उठाने की कोशिश कर रहे थे और अपने प्रयास में बुरी तरह असफल रहे. सहवाग ने न्यूज 18 चौपाल में कहा था, ‘लखनऊ में भारतीय और पाकिस्तानी क्रिकेटरों के लिए आयोजित एक पार्टी में, अख्तर ने ज़्यादा शराब पी ली और उन्होंने तेंदुलकर को उठाने की कोशिश की. हालांकि, तेंदुलकर उनके लिए काफी भारी थे और इस प्रयास में दोनों जमीन पर गिर पड़े. मैं इस घटना को देखकर अपनी हंसी नहीं रोक पाया.’
सचिन के पैर पर गिर पड़े अख्तर
इस घटना से अख्तर बेहद शर्मिंदा हुए और सहवाग उन्हें चिढ़ाते रहे कि उनका करियर अब खत्म हो गया है क्योंकि वह सचिन जैसे दिग्गज को चोटिल करना चाहते थे. पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के इस तेज गेंदबाज को डर था कि सचिन बीसीसीआई से शिकायत कर देंगे और उन्होंने मास्टर ब्लास्टर से माफी मांगने का फैसला किया. सहवाग ने कहा, ‘मैं उसे बहुत चिढ़ाता था. तुम बाहर हो, तुम्हारा करियर खत्म हो गया है. तुमने हमारे शीर्ष खिलाड़ी को टीम से बाहर कर दिया और वह डर गया था, वह हर जगह सचिन के पीछे-पीछे घूमता रहा और सॉरी कहता रहा. यहां तक कि उसके पैरों में भी गिर गया. मैं और सचिन, जब भी साथ बैठते हैं, उस घटना को याद करके हँसते हैं.’
शोएब अख्तर अब तक हैं शर्मिंदा
इससे पहले, अख्तर ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ बातचीत के दौरान भी अपना पक्ष शेयर किया और कहा कि इस घटना के बाद वह शर्मिंदा हो गए थे. अख्तर ने कहा, ‘मैं उन्हें उठाने में कामयाब रहा, लेकिन तभी वो मेरे हाथों से फिसल गए. तेंदुलकर गिर पड़े, ज्यादा बुरी तरह नहीं, लेकिन मैंने सोचा कि ‘मैं मर गया’. मुझे डर था कि अगर सचिन तेंदुलकर अनफिट हो गए या चोटिल हो गए, तो मुझे कभी भारतीय वीजा नहीं मिलेगा. भारतीय मुझे कभी देश वापस नहीं आने देंगे या मुझे जिंदा जला देंगे. जब वह नीचे गिरे तो मुझे सचमुच लगा कि अब ज़िंदगी भर के लिए सब कुछ खत्म हो गया. मुझे याद है हरभजन सिंह और युवराज सिंह भी वहां थे और वे मुझसे पूछ रहे थे, ‘तुम क्या कर रहे हो?’ और मैंने जवाब दिया, ‘मुझे सच में नहीं पता, ये बस हो गया.’
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