Greatest Of All Time: बुमराह और स्टॉर्क नहीं ये हैं शोएब अख्तर के ‘ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम’ तेज गेंदबाज
Greatest Of All Time: शोएब अख्तर की यह बेबाक राय न सिर्फ उनके अनुभव को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि 'महान' कहलाना सिर्फ आंकड़ों पर नहीं, बल्कि प्रदर्शन की स्थिरता, परिस्थिति के अनुरूप प्रदर्शन और टीम के लिए मैच जिताने की क्षमता पर निर्भर करता है. जहां बुमराह और स्टार्क मौजूदा दौर के सितारे हैं, वहीं वसीम अकरम, मैल्कम मार्शल और ग्लेन मैक्ग्रा जैसे गेंदबाजों का कद हमेशा अलग रहेगा.
By Aditya Kumar Varshney | July 19, 2025 6:39 PM
Greatest Of All Time: पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर, जिन्हें ‘रावलपिंडी एक्सप्रेस’ के नाम से जाना जाता है, ने हाल ही में PTV स्पोर्ट्स के साथ बातचीत में विश्व क्रिकेट के सबसे महान तेज गेंदबाजों को लेकर अपनी राय दी. अख्तर ने मौजूदा दौर के कुछ दिग्गज तेज गेंदबाजों को सराहा जरूर, लेकिन उन्हें “महानतम” का दर्जा देने से इनकार किया. जसप्रीत बुमराह और मिचेल स्टार्क जैसे वर्तमान दौर के सितारे जहां अख्तर के लिए बेहतरीन गेंदबाज हैं, वहीं उनकी नजर में महान गेंदबाज बनने के लिए लगातार उच्च स्तर की प्रदर्शन क्षमता और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खुद को साबित करना अनिवार्य है.
Greatest Of All Time: बुमराह में पहले जैसी बात नहीं
शोएब अख्तर ने जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए उन्हें मौजूदा समय का सबसे प्रभावशाली तेज गेंदबाज करार दिया. उन्होंने कहा कि बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में जिस तरह से गेंदबाजी की, वह काबिले-तारीफ थी. हालांकि, अख्तर ने यह भी माना कि बुमराह अब संघर्ष करते नजर आ रहे हैं. इसके पीछे उन्होंने एक अहम कारण बताया “टायर्डनेस” यानी थकान और चोटों से उबरने में लगने वाला वक्त. अख्तर ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया जैसी कठिन जगह पर खेलना शरीर और दिमाग दोनों पर असर डालता है. जब कोई खिलाड़ी वहां से वापस आता है, तो उसकी मसल मेमोरी और माइंडसेट में वो थकावट बनी रहती है.”
अख्तर का मानना है कि बुमराह को टीम में ऐसे साथी गेंदबाजों की जरूरत है जो उसका साथ दे सकें. फिलहाल भारतीय गेंदबाजी लाइन अप में वह अकेले दम पर जिम्मेदारी उठाते नजर आते हैं, जो आने वाले समय में उनके लिए परेशानी का कारण बन सकता है.
स्टार्क की फिटनेस अच्छी
मिचेल स्टार्क को लेकर शोएब अख्तर की राय दोधारी है. एक ओर उन्होंने स्टार्क के 100 टेस्ट खेलने की उपलब्धि को सराहा, वहीं दूसरी ओर कहा कि वह महान गेंदबाजों की श्रेणी में नहीं आते. अख्तर ने कहा, “100 टेस्ट मैच खेलना बतौर तेज गेंदबाज बहुत बड़ी बात है, इसके लिए खास फिटनेस और कंसिस्टेंसी चाहिए. लेकिन इनमें से अधिकांश मैच उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में खेले हैं, जहां की परिस्थितियां तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल होती हैं.”
शोएब ने सबकॉन्टिनेंट की तुलना करते हुए कहा कि यहां तेज गेंदबाजी करना कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण होता है. वहां आपको रनअप से लेकर हर गेंद में ताकत झोंकनी पड़ती है. स्टार्क ने एशियाई पिचों पर ज्यादा मैच नहीं खेले, इसीलिए उन्हें ‘महान’ नहीं कहा जा सकता, भले ही वे आधुनिक युग के ‘ग्रेट’ जरूर हैं.
वसीम, मार्शल और मैक्ग्रा महान तेज गेंदबाज
शोएब अख्तर ने जिन तीन गेंदबाजों को विश्व क्रिकेट का सबसे महान माना, वे हैं वसीम अकरम, मैल्कम मार्शल और ग्लेन मैक्ग्रा. उन्होंने कहा कि ये ऐसे गेंदबाज थे जो अकेले दम पर पूरी सीरीज पलटने की काबिलियत रखते थे. अख्तर ने खास तौर पर वसीम अकरम को ‘सबसे महान’ करार देते हुए कहा, “उनके जैसा कोई नहीं था और ना ही कोई होगा. वह हर परिस्थिति में खतरनाक गेंदबाजी कर सकते थे. स्विंग, यॉर्कर, रिवर्स स्विंग हर कला में वह माहिर थे.”
ग्लेन मैक्ग्रा के बारे में अख्तर ने बताया कि उन्होंने 1994 की एक सीरीज में उन्हें करीब से देखा था और उस समय वह बॉल बॉय की भूमिका में थे. उन्होंने कहा, “ग्लेन को देखकर ही मुझे एहसास हुआ कि एक बॉलर कैसे मैच पर कंट्रोल कर सकता है. वह बड़े मैच विजेता थे.” वहीं मैल्कम मार्शल को अख्तर ने एक ऐसे तेज गेंदबाज के रूप में याद किया जो अपने समय में हर पिच पर, हर हालात में बल्लेबाजों को परेशान करते थे.