यह पिछले 10 वर्षों में पहली बार है जब भारत ने किसी विदेशी (ओवरसीज) टेस्ट में एक पारी में 500 से अधिक रन दिए हैं. इससे पहले जनवरी 2015 में SENA देशों में किसी टीम ने भारत के खिलाफ इतनी बड़ी पारी खेली थी. महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में टेस्ट खेला था, जिसमें कंगारुओं ने पहली पारी में 572 रन बनाए थे. उसके बाद से एक दशक तक भारत ने विदेशी धरती पर कभी भी किसी टेस्ट पारी में 500 रन नहीं लुटाए थे. भारत के खिलाफ पिछले 10 सालों विदेश में इतना बड़ा स्कोर तब बना था, जब ऑस्ट्रेलिया ने 2024 के बॉक्सिंग डे टेस्ट में मेलबर्न में 474 रन बनाए थे.
55 मैचों का सफर ऐसा रहा
विराट कोहली ने जब 2015 की शुरुआत में भारतीय टेस्ट टीम की स्थायी कप्तानी संभाली, तो उसके बाद टीम इंडिया ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया. खासकर गेंदबाजी में बड़ा बदलाव देखने को मिला. भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण को दुनिया भर में सराहना मिलने लगी. सिडनी 2015 और मैनचेस्टर 2025 के बीच भारत ने विदेशों में कुल 55 टेस्ट मुकाबले खेले. इनमें से ऑस्ट्रेलिया में 14, इंग्लैंड में 13, साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज में 8-8, श्रीलंका में 6, तथा न्यूजीलैंड और बांग्लादेश में तीन-तीन टेस्ट मैच शामिल हैं. इन मैचों में विराट कोहली के अलावा रोहित शर्मा, केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह ने भी कप्तानी की. अब शुभमन गिल की कप्तानी में जाकर भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर विदेशी पिच पर 500 से ज्यादा रन लुटा दिए हैं.
इंग्लैंड ने कसा शिकंजा, भारत के लिए बढ़ी मुश्किल
पांच मैचों की सीरीज के चौथे टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड ने भारत पर मजबूत पकड़ बना ली है. पहली पारी में भारत ने 358 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने सात विकेट पर 544 रन बनाकर 186 रनों की अहम बढ़त हासिल कर ली है. इंग्लैंड की इस पारी में जो रूट ने शानदार 150 रन बनाए, डकेट ने 94, क्रॉली ने 84, ओली पोप ने 71 रन जड़े. तीसरे दिन स्टंप्स के समय कप्तान बेन स्टोक्स 77 रन पर नाबाद थे, जबकि लियाम डॉसन 21 रन बनाकर उनके साथ क्रीज पर टिके हुए थे.
इस समय इंग्लैंड को पहली पारी में 186 रनों की बड़ी बढ़त मिल चुकी है और उसके तीन विकेट बाकी हैं और उसके पास स्कोर को और आगे ले जाने का मौका है. भारत के लिए अब यह मैच बचा पाना भी मुश्किल लग रहा है. टीम इंडिया की मुश्किलें इसलिए भी बढ़ी हैं क्योंकि ऋषभ पंत पैर की उंगली में फ्रैक्चर के चलते दोबारा बल्लेबाजी के लिए शायद उपलब्ध नहीं होंगे. ऐसे में इंग्लैंड की कोशिश होगी कि चौथे दिन 50-60 रन और जोड़कर भारत को पारी से हराने का दबाव बनाया जाए.
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