लगभग पांच दिनों तक चले रोमांचक और उच्च स्तरीय टेस्ट मुकाबले के बाद इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में पांच मैचों की सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली. भारत को आखिरी दिन जीत के लिए 135 रन की जरूरत थी और उसके 6 विकेट शेष थे, लेकिन इंग्लैंड ने लंच से पहले ही चार विकेट चटका दिए. हालांकि भारत के निचले क्रम ने रविंद्र जडेजा की अगुवाई में संघर्ष जारी रखा, लेकिन टीम 170 रन पर ऑलआउट हो गई.
जडेजा ने दिखाया अद्भुत संघर्ष, गिल ने बताया ‘सबसे मूल्यवान खिलाड़ी’
रविंद्र जडेजा ने दबाव में शानदार बल्लेबाजी की और नाबाद 61 रन बनाकर भारत की उम्मीदों को जिंदा रखा. मैच के बाद कप्तान शुभमन गिल ने उनकी जमकर तारीफ की और उन्हें टीम का सबसे “मूल्यवान खिलाड़ी” करार दिया. गिल ने कहा, “रविंद्र जडेजा भारत के सबसे बहुमूल्य खिलाड़ी हैं ऐसे खिलाड़ी मिलना बेहद मुश्किल है. हमने निचले क्रम के साथ बल्लेबाजी को लेकर बात की थी और उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया. हमें लग रहा था कि 190 रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. बस एक-दो 50 रनों की साझेदारियां हमें गेम में गहराई तक ले जातीं. जड्डू भाई और लोअर ऑर्डर ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, वो काबिल-ए-गौर है.”
गिल ने मानी गलती, कहा- टॉप ऑर्डर ने किया निराश
मैच के टर्निंग पॉइंट पर बात करते हुए गिल ने माना कि भारत ने अहम मौकों पर नियंत्रण खो दिया. गिल ने कहा, “कल का आखिरी घंटा और आज का पहला घंटा हमारे लिए खराब रहा. हमें ऊपर से एक ठोस साझेदारी की जरूरत थी, लेकिन दुर्भाग्यवश टॉप ऑर्डर पहली बार सीरीज में असफल रहा.” पहली पारी में पंत 74 रन पर रन आउट हुए थे जब वे केएल राहुल के साथ स्ट्राइक बदलने की कोशिश कर रहे थे. गिल ने इसे मैच का टर्निंग पॉइंट बताते हुए कहा कि यह मैच का सबसे बड़ा मोमेंट था, हम जानते थे कि पांचवें दिन बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा. केएल राहुल का बचाव करते हुए गिल ने कहा, “यह किसी व्यक्तिगत माइलस्टोन के लिए नहीं था, बस एक गलत निर्णय था. कॉल पंत की थी और राहुल डेंजर एंड पर थे.”
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