भारत लॉर्ड्स टेस्ट कहां हारा? सौरव गांगुली ने गिल एंड कंपनी की इस कमी पर साधा निशाना
Sourav Ganguly on Team India's Lord's Defeat: लॉर्ड्स टेस्ट में भारत 193 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 22 रन से हार गया और सीरीज में 1-2 से पिछड़ गया. सौरव गांगुली ने टीम की हार पर निराशा जताते हुए कहा कि इतनी प्रतिभा के बावजूद भारत को गलत नतीजा झेलना पड़ा. गांगुली के मुताबिक, अगर टॉप ऑर्डर बेहतर प्रदर्शन करता तो भारत सीरीज में बढ़त ले सकता था.
By Anant Narayan Shukla | July 16, 2025 9:16 AM
Sourav Ganguly on Team India’s Lord’s Defeat: इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में भारतीय टीम तीसरे टेस्ट में जीत के लिए 193 रन का पीछा करते हुए लक्ष्य से 22 रन दूर रह गयी. इस हार के साथ ही टीम पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पिछड़ गयी. भारत की ओर से रवींद्र जडेजा ने अंतिम तक संघर्ष किया, लेकिन मोहम्मद सिराज के दुर्भाग्यपूर्ण विकेट ने भारत की हार पर मुहर लगा दी. पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारत की हार पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि इस टीम में असाधारण प्रतिभा होने के बावजूद उसे गलत नतीजे का सामना करना पड़ा. गांगुली का मानना है कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों का बेहतर प्रदर्शन भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला में बढ़त दिला देता.
शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के बाद रविंद्र जडेजा (नाबाद 61) की अगुवाई में निचले क्रम के बल्लेबाजों से जिस तरह का संघर्ष दिखाया वह काबिले तारीफ था. गांगुली ने इंडियन रेसिंग लीग और एफ 4 इंडिया चैम्पियनशिप कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘इस शृंखला में भारत के बल्लेबाजी के तरीके से थोड़ी निराशा हुई, उन्हें यह 190 रन बनाने चाहिए थे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब आप जडेजा को इस तरह से संघर्ष करते हुए देखते है तो मुझे लगता है कि इस टीम में जो प्रतिभा है उससे खिलाड़ी मुझसे ज्यादा निराश होंगे. यह इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 2-1 की बढ़त लेने का मौका था. मुझे यकीन है कि वे 190 तक नहीं पहुंच पाने से निराश होंगे, खासकर उनके ड्रेसिंग रूम में बल्लेबाजी की गुणवत्ता को देखते हुए.’’
शीर्ष क्रम को अच्छा खेलना चाहिए था
गांगुली ने कहा कि अगर शीर्ष क्रम के बल्लेबाज थोड़ा बेहतर खेलते, तो परिणाम अलग होता. यशस्वी जायसवाल अपना खाता नहीं खोल पाए, जबकि शुभमन गिल (छह) और ऋषभ पंत (नौ) दोहरे अंक तक नहीं पहुंच पाए. केएल राहुल ने पारी का आगाज करते हुए 39 रनों की पारी खेली, लेकिन आखिर में रवींद्र जडेजा (61 रन नाबाद) अकेले पड़ गये. गांगुली ने कहा, ‘‘अगर शीर्ष क्रम ने थोड़ा भी संघर्ष किया होता तो यह मैच भारत की झोली में होता.’’
जडेजा एक विशेष खिलाड़ी हैं
बीसीसीआई के पूर्व प्रमुख ने जडेजा की असाधारण बल्लेबाजी की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘जडेजा असाधारण रहे हैं, वह भारत के लिए तब तक खेलना जारी रखेंगे जब तक वह इस तरह बल्लेबाजी और प्रदर्शन करते रहेंगे.’’ गांगुली ने कहा, ‘‘वह लंबे समय से टीम में हैं. उन्होंने लगभग 80 टेस्ट मैच और 200 से अधिक एकदिवसीय मैच खेले हैं. आप बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण करते हुए उनके अनुभव को महसूस कर सकते हैं. वह एक विशेष खिलाड़ी हैं और पिछले कुछ वर्षों में उनकी बल्लेबाजी में वास्तव में सुधार हुआ है. वह इस टीम का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.’’
लॉर्ड्स में मैच गंवाने के बाद भारतीय टीम पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे है. अब इस शृंखला का अगला मैच 23 जुलाई से ओल्ड ट्रेफर्ड, मैनचेस्टर में खेला जाएगा.