‘पहले टेस्ट में 450 रन होते तो भी चेज कर लेते’, गिल की कप्तानी में खेल चुके इंग्लिश बल्लेबाज का दावा

IND vs ENG: भारत ने पहले टेस्ट में पांच शतक लगाने के बावजूद इंग्लैंड से मुकाबला हार गया. बेन डकेट और जsमी स्मिथ की दमदार पारियों की बदौलत इंग्लैंड ने 371 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल किया. जोस बटलर और स्टुअर्ट ब्रॉड का मानना है कि इंग्लैंड इससे भी बड़ा स्कोर चेज कर सकता था.

By Anant Narayan Shukla | June 27, 2025 10:47 AM
an image

IND vs ENG: भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचो की सीरीज के पहले मुकाबले में पांच शतकों के बावजूद मैच गंवा दिया. यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत के शतकों की मदद से पहली पारी में भारत ने 471 रन बनाए थे. लेकिन इंग्लैंड ने शानदार पलटवार किया और पहली पारी में सिर्फ 6 रन से पिछड़ते हुए भारत की बढ़त लगभग खत्म कर दी. इसके बाद भारत ने तीसरी पारी में 364 रन बनाए और इंग्लैंड को जीत के लिए 371 रन का लक्ष्य मिला, जिसे उन्होंने बेन डकेट की तूफानी 149 रन की पारी और जैमी स्मिथ की संयमित बल्लेबाजी के दम पर आसानी से हासिल कर लिया. इंग्लैंड के स्टार जोस बटलर और पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने भारत के खिलाफ हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड की शानदार जीत पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड 371 रन के लक्ष्य से भी बड़ा स्कोर चेज कर सकता था. 

यूट्यूब पॉडकास्ट ‘फॉर द लव ऑफ क्रिकेट’ में दोनों खिलाड़ियों ने इंग्लैंड की आक्रामक बल्लेबाजी की तारीफ की और उन खास पलों को उजागर किया जिन्होंने मैच का रुख पलटा. इस जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए जोस बटलर ने कहा, “मुझे लगता है कि अगर लक्ष्य 450 रन भी होता, तब भी इंग्लैंड कोशिश करता. यह समय पर निर्भर करता, लेकिन उन्होंने जिस सहजता से 370 रन बनाए, वह शानदार था.”

IPL 2025 में शुभमन गिल की कप्तानी में गुजरात टाइटंस की कप्तानी में खेल चुके बटलर ने यह भी जोड़ा कि अगर लक्ष्य बड़ा होता तो जोखिम जरूर बढ़ता, लेकिन इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइन-अप, खासकर शीर्ष सात बल्लेबाजों में, इतनी क्षमता और आत्मविश्वास है कि वे खुद पर भरोसा करते हैं. बटलर ने जोर देकर कहा, “उन्हें थोड़ा ज्यादा जोखिम लेना पड़ता, लेकिन वे निश्चित रूप से उस लक्ष्य के पीछे जाते.” 

बैजबॉल शैली में जीत के लिए ही खेलती है इंग्लिश टीम

उनका यह बयान कप्तान बेन स्टोक्स की उस रणनीति के अनुरूप है जिसमें वे कभी ड्रॉ के लिए नहीं खेलते. यही इंग्लैंड की बैजबॉल फिलॉसफी की पहचान बन चुकी है. कोच ब्रेंडन मैकुलम और स्टोक्स की जोड़ी में इंग्लैंड ने कई बार चौथी पारी में मुश्किल लक्ष्य का पीछा करने का साहसिक प्रयास किया है. अब जब इंग्लैंड 1-0 की बढ़त के साथ एजबेस्टन में दूसरे टेस्ट के लिए उतर रहा है, उनके पास न सिर्फ आत्मविश्वास है, बल्कि यह स्पष्ट इरादा भी है कि वे अपनी सीमाओं को लगातार आगे बढ़ाते रहेंगे. वहीं भारत के नए कप्तान शुभमन गिल के ऊपर इस मैच में जीत का दबाव होगा.

ICC ने अब T20I के नियम में किया बदलाव, नई व्यवस्था से असमानता होगी समाप्त

विराट-रोहित के मैच वाले सारे टिकट बिके, IND vs AUS सीरीज के चार महीने पहले ही फैंस ने थोक में बटोरे  

पहला टेस्ट हार गया भारत, लेकिन खुश हैं दिग्गज क्रिकेटर्स, इसको बताया टीम का सकारात्मक पहलू

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें

 

 

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version