204 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज की टीम ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक के सामने टिक नहीं पाई. मिचेल स्टार्क (15 गेंदों में पांच विकेट, कुल 6/9), जोश हेजलवुड, पैट कमिंस, स्कॉट बोलैंड और ब्यू वेबस्टर की गेंदबाजी के आगे टीम बिखर गई. बोलैंड ने एक हैट्रिक भी ली और लगातार स्टंप्स पर अटैक किया. हालांकि ये तीनों टेस्ट में वेस्टइंडीज की सबसे कम हार का अंतर था, लेकिन 27 रन पर ऑल आउट होना उनके टेस्ट इतिहास की एक नई शर्मनाक गाथा बन गई है. मिसफील्ड के कारण वेस्टइंडीज की टीम सर्वकालिक न्यूनतम स्कोर की बराबरी करने से बच गई. सबीना पार्क में दिन-रात्रि टेस्ट में मेजबान टीम को ऑल आउट करने के लिए ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 14.3 ओवर की जरूरत पड़ी.
इस भयावह प्रदर्शन के बाद सीडब्ल्यूआई के अध्यक्ष किशोर शैलो ने एक बयान में कहा, ‘‘चर्चा को मजबूत करने के लिए मैंने हमारे तीन महानतम बल्लेबाजों सर क्लाइव लॉयड, सर विवियन रिचर्ड्स और ब्रायन लारा को आमंत्रित किया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों डॉ. शिवनारायण चंद्रपॉल, डॉ. द मोस्ट ऑनरेबल डेसमंड हेन्स, इयान ब्रैडशॉ के साथ शामिल होंगे जो पहले से ही समिति का हिस्सा हैं.’’
शैलो ने कहा, ‘‘यह मुलाकात कोई औपचारिकता नहीं है. ये वे लोग हैं जिन्होंने हमारे स्वर्णिम युग को परिभाषित करने में मदद की है और हमारे क्रिकेट विकास के अगले चरण को आकार देने में उनके विचार बहुमूल्य होंगे. हमारा इरादा है कि इस बैठक से ठोस और कार्यान्वयन योग्य सुझाव सामने आएं.’’ शैलो ने कहा कि वेस्टइंडीज के लिए गेंदबाजी चिंता का विषय नहीं है लेकिन बल्लेबाजी विभाग में सुधार की जरूरत है.
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