महज़ 23 साल के जायडेन सील्स ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट करियर का पहला फाइव-विकेट हॉल लेकर दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है. उन्होंने 15.5 ओवर में 60 रन देकर 5 विकेट झटके और ऑस्ट्रेलिया की मिडिल और लोअर ऑर्डर को तहस-नहस कर दिया.
क्यों कहा जा रहा है जायडेन को ‘खानदानी गेंदबाज़’?
जायडेन सील्स का क्रिकेट से नाता सिर्फ उनका अपना नहीं है, बल्कि उनके पूरे परिवार की पहचान ही गेंदबाज़ी रही है. पिता लैरी सील्स, चाचा नील, दादा नाइजल और चचेरा भाई जैलेरनी भी खेल चुके हैं. इन सभी ने किसी न किसी स्तर पर क्रिकेट खेला है और सभी तेज़ गेंदबाज़ रहे हैं. हालांकि, जायडेन पहले ऐसे हैं जिन्होंने वेस्टइंडीज की राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है.
किन खिलाड़ियों को बनाया अपना शिकार?
- जोश इंग्लिस
- एलेक्स कैरी
- ब्यू वेब्स्टर
- पैट कमिंस
- मिचेल स्टार्क
उनकी घातक गेंदबाज़ी की वजह से ऑस्ट्रेलिया की टीम 200 का आंकड़ा भी नहीं छू सकी. वेस्टइंडीज के लिए यह एक मजबूत शुरुआत मानी जा रही है और जायडेन सील्स की यह परफॉर्मेंस सीरीज़ में गेमचेंजर साबित हो सकती है.
दोबारा दोहराया इतिहास
यह जायडेन सील्स के टेस्ट करियर में दूसरा फाइव-विकेट हॉल है. इससे पहले वे पाकिस्तान के खिलाफ भी ये कारनामा कर चुके हैं. लेकिन ऑस्ट्रेलिया जैसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ इस तरह का प्रदर्शन उन्हें एक भविष्य का स्टार पेसर साबित करता है.
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