Paris Olympics 2024: ‘बहुत कुछ सीखने को मिला’, पदक से चूकने के बाद बोलीं निशानेबाज रमिता जिंदल
Paris Olympics 2024: राइफल शूटर रमिता जिंदल पेरिस ओलंपिक 2024 में मेडल से चूक गई हैं. वह 10 मीटर रायफल महिला एकल के फाइनल में सातवें नंबर पर रहीं. उन्होंने कहा कि इससे उन्हें काफी सीख मिली, जो भविष्य में उनके काम आएगी.
By AmleshNandan Sinha | July 29, 2024 8:14 PM
Paris Olympics 2024: चल रहे पेरिस ओलंपिक खेलों में भारतीय राइफल शूटर रमिता जिंदल सोमवार को 10 मीटर एयर राइफल महिला प्रतियोगिता के फाइनल में सातवें नंबर पर रहीं और मेडल से चूक गईं. रमिता का यह पहला ओलंपिक गेम्स था. समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए रमिता ने अपना अनुभव शेयर किया और कहा कि उनका हालिया सीजन अविश्वसनीय रूप से फायदेमंद रहा है. रमिता ने कहा कि मेरे लिए यह अनुभव वाकई बहुत अच्छा रहा. मैंने यहां बहुत सी चीजें सीखीं और मैं निश्चित रूप से इन बातों को अपने साथ लेकर चलूंगी. यहां बहुत कुछ सीखने को मिला है और मैं इस अनुभव का उपयोग आगामी सीजन में जरूर करूंगी.
ओलंपिक से मिली सीख आगे आएगी काम : रमिता
रमिता जिंदल ने कहा कि इस दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा है और महत्वपूर्ण कौशल प्राप्त किए हैं. रमिता को विश्वास है कि उन्होंने इस ओलंपिक में जो सबक सीखे हैं, वह आगे की प्रतियोगिताओं में उनके लिए काफी काम आने वाले हैं. उन्होंने कहा कि ये बातें उनके महत्वपूर्ण व्यक्तिगत विकास में योगदान देंगे. रमिता ने कांस्य पदक जीतने के लिए मनु भाकर की प्रशंसा की और कहा कि मनु के पदक जीतने से कई लोगों में उम्मीद जगी है. वह और मनु दोनों लंबे समय से प्रतिस्पर्धा कर रहे थे.
रमिता ने आगे कहा कि मनु के पदक के बाद अब हमें उम्मीद जगी है क्योंकि मैं और मनु लंबे समय से खेल रहे हैं. यह हमारे लिए प्रेरणादायी है कि अगर वह ऐसा कर सकती है तो हम भी ऐसा कर सकते हैं. टीम अब काफी आश्वस्त है. रमिता ने भाकर को बहुत मेहनती और पदक की हकदार बताया और विश्वास जताया कि हर कोई उनकी लगन और उपलब्धियों को देखेगा. उन्होंने कहा कि भाकर मेरी प्रेरणा हैं, जब मैंने अपना करियर शुरू किया था, तब वह टोक्यो में थीं और उस समय वह अच्छी फॉर्म में थीं.
रमिता ने मनु भाकर की जमकर की तारीफ
रमिता ने कहा कि मैं मनु को लंबे समय से देख रही हूं, मैं पिछले 4 वर्षों से टीम में हूं और मैंने उन्हें देखा है. वह बहुत मेहनती हैं और निश्चित रूप से वह पदक की हकदार हैं. हर कोई उनसे प्रेरणा लेगा और उनके समर्पण और उनके द्वारा किए गए हर काम को देखेगा. रमिता ने इस बात पर जोर दिया कि निशानेबाजी दल के सभी सदस्यों ने काफी मेहनत की है और टीम बहुत प्रतिस्पर्धी और अच्छी फॉर्म में है. जिससे वे अच्छा प्रदर्शन करने और अधिक पदक जीतने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.