PCB में घोटाले की पटकथा, ये शख्स डकार गया 595 करोड़
PCB Chief Mohsin Naqbi In Trouble: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) एक बार फिर विवादों में घिर गया है. ऑडिटर जनरल की हाल ही में आई रिपोर्ट ने क्रिकेट बोर्ड में भारी भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया है, जिसने सभी को चौंका दिया है. रिपोर्ट के अनुसार, PCB में पिछले दो सालों में 595 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का घोटाला किया गया है. इस खुलासे के बाद बोर्ड और इसके चेयरमैन मोहसिन नकवी पर चारों ओर से सवाल उठ रहे हैं.
By Aditya Kumar Varshney | July 16, 2025 7:43 PM
PCB Chief Mohsin Naqbi In Trouble: यू तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आए दिनों सुर्खियों में बना रहता है. कभी किसी कारण से तो कभी किसी और कारण से, मगर इस बार मामला कुछ अलग है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) एक बार फिर विवादों में घिर गया है, और मामला बेहद गंभीर है. पाकिस्तान के ऑडिटर जनरल की हाल ही में आई रिपोर्ट ने क्रिकेट बोर्ड में भारी भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया है, जिसने सभी को चौंका दिया है. रिपोर्ट के अनुसार, PCB में पिछले दो सालों में 595 करोड़ पाकिस्तानी रुपये का घोटाला किया गया है. इस खुलासे के बाद बोर्ड और इसके चेयरमैन मोहसिन नकवी पर चारों ओर से सवाल उठ रहे हैं.
ऑडिटर रिपोर्ट में घोटाले का खुलासा
ऑडिटर जनरल की रिपोर्ट में PCB की वित्तीय गतिविधियों पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं. सबसे बड़ा आरोप स्पॉन्सरशिप फीस को लेकर है, जिसमें बताया गया है कि बोर्ड ने करीब 18.6 मिलियन डॉलर यानी लगभग 532 करोड़ पाकिस्तानी रुपये की राशि वसूल ही नहीं की. ये पैसे उन कंपनियों से मिलने थे जो PCB के साथ कॉन्ट्रैक्ट में थीं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि इनकी वसूली क्यों नहीं हुई.
इस घोटाले में PCB के मौजूदा चेयरमैन और पाकिस्तान सरकार में मंत्री मोहसिन नकवी का नाम भी प्रमुख रूप से सामने आया है. रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी 2023 से जून 2025 के बीच नकवी को यूटिलिटी बिल, पेट्रोल और घर के किराए के नाम पर जो भुगतान हुआ, वो पूरी तरह से गैर-कानूनी था. इसकी वजह यह बताई गई है कि नकवी पहले से ही सरकारी सुविधाओं के तहत इन सभी खर्चों का भुगतान ले रहे हैं. यानी एक ही सुविधा के लिए दोहरा भुगतान लिया गया.
इसके अलावा, बोर्ड के कई अन्य खर्चों और अनुबंधों की भी जांच की गई है, जिसमें पारदर्शिता की भारी कमी पाई गई. PCB पर लगते ये आरोप ना सिर्फ बोर्ड की छवि को धूमिल करते हैं, बल्कि पूरे पाकिस्तान क्रिकेट सिस्टम की साख पर भी सवाल खड़ा करते हैं.
अब सवाल यह उठता है कि क्या इस रिपोर्ट के बाद पाकिस्तान सरकार कोई सख्त कदम उठाएगी या यह मामला भी पहले की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा? क्रिकेट प्रेमी और जनता दोनों ही अब जवाब मांग रही है कि आखिर इतने बड़े घोटाले का जिम्मेदार कौन है, और क्या PCB को कभी ईमानदारी से संचालित किया जाएगा?