सिनर की जोकोविच पर बड़ी जीत
इटली के 23 वर्षीय जैनिक सिनर ने सेमीफाइनल में सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में शुमार नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) को सीधे सेटों में 6-3, 6-3, 6-4 से हराकर सनसनी फैला दी. यह जीत केवल सिनर की व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि इसे टेनिस की पीढ़ीगत बदलाव का प्रतीक भी माना जा रहा है. जोकोविच, जिन्होंने अब तक 24 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं, सेंटर कोर्ट पर अपेक्षाकृत संघर्ष करते नजर आए और सिनर के आक्रामक और सटीक खेल के सामने बेबस दिखे.
सिनर ने इस मुकाबले में अपनी सर्विस पर मजबूती दिखाई और मुश्किल मौकों पर धैर्य के साथ पॉइंट बनाकर बढ़त बनाए रखी. विम्बलडन के फाइनल में यह उनकी पहली एंट्री है, और इसके साथ ही वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले इटालियन पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं.
अल्काराज एक और इतिहास की दहलीज पर
वहीं दूसरे सेमीफाइनल में स्पेन के कार्लोस अल्काराज ने अमेरिका के टेलर फ्रिट्ज (Taylor Fritz) को 6-4, 5-7, 6-3, 7-6(6) से हराकर लगातार तीसरी बार विम्बलडन फाइनल में जगह बनाई. 22 वर्षीय अल्काराज अब केवल एक जीत दूर हैं अपने करियर का छठा ग्रैंडस्लैम और लगातार तीसरा विम्बलडन खिताब जीतने से. यह उपलब्धि उन्हें बहुत कम उम्र में आधुनिक युग के महान खिलाड़ियों की सूची में स्थायी रूप से शामिल कर सकती है.
अल्काराज इस समय जबरदस्त फॉर्म में हैं और उनकी यह लगातार 24वीं जीत है. उन्होंने 2023 और 2024 के विम्बलडन फाइनल में नोवाक जोकोविच को हराया था और अब वह सेंटर कोर्ट के अनुभव और आत्मविश्वास के दम पर खिताब की प्रबल दावेदारी रखते हैं. मेजर फाइनल्स में उनका रिकॉर्ड भी बेहतरीन रहा है, अब तक खेले गए पांचों फाइनल वह जीत चुके हैं.
फ्रिट्ज और जोकोविच का सफर थमा
अमेरिका के टेलर फ्रिट्ज के लिए यह टूर्नामेंट किसी सपने की तरह था, लेकिन अल्काराज के सामने उनका सफर थम गया. वह 2009 के बाद विम्बलडन फाइनल में पहुंचने वाले पहले अमेरिकी बनने की कोशिश में थे. इससे पहले एंडी रोडिक उस साल रोजर फेडरर से हारकर फाइनल में पहुंचे थे. वहीं, नोवाक जोकोविच की हार ने एक युग के अवसान की ओर संकेत किया है. घुटने की सर्जरी के बाद वापसी कर रहे जोकोविच इस टूर्नामेंट में अनुभव के दम पर आगे बढ़े थे, लेकिन सेमीफाइनल में सिनर की ऊर्जा और तेजी के सामने टिक नहीं सके.
फाइनल में नई पीढ़ी का महामुकाबला
अब सबकी निगाहें रविवार को होने वाले फाइनल पर टिक गई हैं, जहां दो युवा चैंपियन, एक ओर नंबर एक रैंकिंग के यानिक सिनर, दूसरी ओर गत विजेता और नंबर दो रैंकिंग के अल्काराज आमने-सामने होंगे. यह मुकाबला न केवल खिताब के लिए, बल्कि नई पीढ़ी की श्रेष्ठता साबित करने के लिए भी लड़ा जाएगा. साल 2024 के फ्रेंच ओपन में दोनों के बीच मुकाबला पांच सेटों तक गया था, जिसे अल्काराज ने जीता था. ऐसे में सिनर के पास न केवल बदला लेने का, बल्कि अपना पहला विम्बलडन खिताब जीतने का भी सुनहरा मौका है.
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