Bihar: हाजीपुर लोकसभा सीट से चिराग पासवान ने किया नामांकन, चाचा पशुपति पारस के लिए कह दी बड़ी बात

Bihar: लोजपा रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान ने गुरुवार को हाजीपुर संसदीय सीट से नामांकन किया. उन्होंने कहा कि अगर चाचा पशुपति कुमार पारस आज हमारे साथ होते तो मैं सबकुछ भूल सकता था.

By Ashish Jha | May 2, 2024 5:32 PM
feature

Bihar: हाजीपुर. लोजपा(रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एनडीए से हाजीपुर प्रत्याशी चिराग पासवान ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. चिराग पासवान ने समाहरणालय परिसर स्थित जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम यशपाल मीणा के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन करने से पूर्व चिराग पासवान ने सर्किट हाउस के निकट स्वर्गीय रामविलास पासवान के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.

ये नेता रहे मौजूद

इस दौरान उनके साथ केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, सांसद रामकृपाल यादव, चिराग की मां रीना पासवान,प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, लालगंज विधायक संजय सिंह एवं चिराग के बहनोई अरुण भारती मौजूद रहे. नामांकन के बाद सुभाष चौक स्थित संस्कृत महाविद्यालय परिसर में चिराग पासवान के पक्ष में सभा को संबोधित नित्यानंद राय, डिप्टी सीएम एवं अन्य नेता करेंगे. चिराग पासवान हाजीपुर लोकसभा सीट पर पहली बार नामांकन पत्र दाखिल किए हैं.

मैं सब भूल जाता अगर वो आ जाते

वहीं नामांकन दाखिल करने के बाद चिराग पासवान ने सभा को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने अपने चाचा रालोजपा प्रमुख पशुपति पारस को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि, आज मेरे चाचा जी, मेरे अभिभावक जिनको मैंने हमेशा अपना पिता माना, आज के दिन एक मुझे अपना बेटा मान लेते. तमाम गिले सिकवे भूल कर एक बार मंच पर आकर मुझे गले लगा लेते. मैं तमाम जारी बातों को भूल जाता, पर आज भी उन्होंने मेरे लिए वहीं नफरत रखा. लेकिन मैं उनको आज भी उनको उतना ही इज्जत देता हूं.

Also Read: Bihar: राबड़ी देवी ने बहू राजश्री को सिखाया चक्की चलाना, तेजस्वी की पत्नी ने इंस्टा पर शेयर की फीलिंग

जमुई से दो बार जीत चुके हैं चुनाव

चिराग पासवान जमुई से दो बार सांसद रहे चुके हैं. हाजीपुर लोकसभा सीट से चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस 2019 में सांसद बने थे. नामांकन के दौरान समाहरणालय परिसर में सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था. सर्किट हाउस के निकट रामविलास पासवान के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद खुले वाहन में अपने समर्थकों के साथ राम आशीष चौक अनवरपुर चौक होते हुए समाहरणालय परिसर पहुंचे.

संबंधित खबर
संबंधित खबर और खबरें
होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version