ऑक्सीजन पाइप में छेड़-छाड़ के कारण आग लगने की आशंका, कोई हताहत नहीं
आग के कारण मची अफरा-तफरी
सदर अस्पताल में आग लगते हीं मरीज व कर्मी सभी अपनी-अपनी जान बचा कर भागने लगे. देखते हीं देखते अफरा-तफरी का माहौल बन गया. इस बीच सुरक्षा कर्मी गंभीर रूप से बीमार लोगों को अस्पताल से बाहर निकालने में जुट गये. इधर अस्पताल के तीसरे तल्ले पर काम कर रहे सीएस व कर्मी भी आग की सूचना पर लगभग 03 बजे वहां से जान बचाकर निकले. लेकिन तत्काल रेस्क्यू के कारण मरीज व कर्मी किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ.
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फोटो:39-डॉ केके कश्यप, सिविल सर्जन
ऑक्सीजन पाइप के कटिंग के कारण भी हो सकता है शॉर्ट शर्किट, होगी जांच
सीविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि मामले में जब जानकारी मिली तो पहले आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया. इसके लिए दमकल कर्मियों ने कड़ी मेहनत की. वहीं अस्पताल कर्मियों ने बताया कि दोपहर 12 बजे के करीब कुछ लड़के पेचकस व पिलास लेकर ऑक्सीजन पाइप को काट रहे थे, जिसे तत्काल रोका गया तो वे भाग गये. सुरक्षा कर्मियों से पूछने पर बताया कि पाइप तांबे के पदार्थ से बना हुआ है. जिसे काट कर नशे के शिकार युवक बेचते हैं. इस बात की जानकारी मिलते ही इस पर भी जांच की जा रही है. प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण ऑक्सीजन पाइप के कटिंग के कारण ही माना जा रहा है, बावजूद इसकी जांच करायी जायेगी. अस्पताल प्रबंधक, डीपीएम सहित सभी कर्मी आग पर काबू पाने में लगे हुए हैं, मामले में प्राथमिकी भी दर्ज करायी जायेगी. घटना का कारण जो भी होगा, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
फाटो:40-मंडल अविनाश आनंद
घटना को लेकर राजद अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मंडल अविनाश आनंद ने बताया कि इस अग्निकांड के बाद यह तो साबित हो गया कि जिले के इतने बड़े अस्पताल में अग्नि सुरक्षा के प्रभावी उपाय नहीं है. ऐसे में सूबे की इलाज व्यवस्था भी पूरी तरह से भगवान भरोसे चल रही है. इस मामले की लीपापोती के बाद फिर आम लोगों के सवाल धरे के धरे रह जायेंगे.
दमकल की कमी से हुआ ज्यादा नुकसान
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छोटे नाबालिग बच्चों से कराया जा रहा था काम
43- प्रतिनिधि, अररिया
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आग बुझाने के दौरान कई युवा हुए जख्मी
————————–अग्निशमन विभाग आग बुझाने में विफल : फैसलअररिया. सदर अस्पताल में लगी आग को बुझाने में अग्निशमन कार्यालय विफल रहा है. संसाधनों की भारी कमी के कारण दो घंटे बीत जाने के बावजूद आग पर काबू नहीं पाया जा सका. यह बातें समाजसेवी फैसल यासीन ने कही. उन्होंने तीखे लफ्जों में अस्पताल प्रशासन व अग्निशमन के अधिकारी की आलोचना की.
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