अररिया. फाइलेरिया एक दीर्घकालिक व जटिल बीमारी है. इससे रोगी के हाथ-पांव या शरीर के अन्य हिस्सों में असामान्य सूजन हो जाती है. यह सूजन न सिर्फ शारीरिक कष्ट देती है, बल्कि मरीजों के सामाजिक व आर्थिक जीवन को भी प्रभावित करती है. फाइलेरिया प्रभावित अंग के सूजन को नियंत्रित करने व उन्हें होने वाली शारीरिक कष्ट से निजात दिलाने के उद्देश्य से जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण विभाग द्वारा मरीजों के बीच एमएमडीपी किट यानी मोर्बेडिटी मैनेजमेंट, एंड डिसेबिलिटी प्रीवेंशन किट का वितरण किया जा रहा है. अररिया पीएचसी में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान पीएचसी प्रभारी डॉ प्रह्लाद कुमार निराला की अगुआई में पूर्व से चिह्नित फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरित किया गया. पीएचसी प्रभारी डॉ प्रह्लाद कुमार निराला ने बताया कि राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट वितरित किया जा रहा है. इसका उद्देश्य फाइलेरिया की वजह से मरीजों को होने वाली तकलीफों को कम करने के साथ-साथ उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना है. वीवीडीएस हेमंत कुमार ने जानकारी दी कि किट में साबुन, मलहम, एंटीसेप्टिक, टॉवेल, सहित अन्य जरूरी सामग्री, डब व मग जैसे सामग्री शामिल हैं. जो मरीजों के लिये रोग प्रभावित अंगों की देखभाल के लिहाज से बेहद उपयोगी है. मौके पर बीएचएम खतीब अहमद, बीसीएम डोली सिंह, वीवीडीएस हेमंत कुमार, पवन बजरंगी सहित पीएचसी के अन्य कर्मी मौजूद थे. ——————————
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