39-प्रतिनिधि, अररिया बिहार सहित देश के अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में अधिष्ठापित पीएसए ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट व इससे जुड़ी तमाम आधारभूत संरचना का परीक्षण किया गया. इस क्रम में सदर अस्पताल परिसर में स्थित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का परीक्षण अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश कुमार राय की अगुआई में टेक्नीशियन धीरेंद्र कुमार धीरू, अमिंत कुमार साह द्वारा किया गया. परीक्षण के क्रम में पीएसए प्लांट की क्रियाशीलता सहित प्रवाहित ऑक्सीजन की शुद्धता, प्रेशर सहित संबंधित अन्य मानकों का गहनता पूर्वक परीक्षण किया. अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश राज ने बताया कि मॉक ड्रिल के क्रम में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट द्वारा उत्सर्जित ऑक्सीजन की शुद्धता 95 फीसदी पाया गया. निर्धारित मानकों के अनुरूप प्लांट द्वारा उत्सर्जित ऑक्सीजन की शुद्धता 90 से 96 प्रतिशत होना चाहिये. इसी तरह ऑक्सीजन के दबाव का मानक 05 बीएआर पाया गया. जो निर्धारित मानकों के अनुरूप है. डीपीएम स्वास्थ्य संतोष कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल परिसर में 200 एलपीएम 600 एलपीएम ऑक्सीजन उत्सर्जन क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट सफलता पूर्वक क्रियाशील है. शनिवार को इसका मॉकड्रिल किया गया. मॉकड्रिल में संतोषजनक नतीजे सामने आने की जानकारी उन्होंने दी. सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि विभागीय निर्देश के आलोक में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का मॉकड्रिल किया गया. जो बेहद सफल रहा. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण संभावित खतरों के प्रति स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह संवेदनशील है. हर स्तर पर जरूरी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
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