39- प्रतिनिधि, फारबिसगंज बिहार राज्य भूमि सुधार कर्मचारी संघ के आह्वान पर पूरे बिहार के राजस्व कर्मचारी विगत सात मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इस वजह से अंचल कार्यालय सहित पंचायतों में राजस्व का कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है. बिहार कर्मचारी संघ ने 17 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की है. राजस्व कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में ग्रेड पे में 1900 से 2800 तक की वृद्धि व अपने गृह जिले में पदस्थापन की मांग शामिल है. राजस्व कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें सम्मानजनक ग्रेड पे नहीं मिल रहा है. साथ हीं ऐच्छिक स्थानांतरण सहित अन्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिलने से वे घर से काफी दूर काम करने को मजबूर हैं. इस मौके पर राजस्व कर्मचारियों ने कहा कि सुपौल जिला के कर्मचारी के साथ सुपौल जिला प्रशासन ने जो किया वह काफी निंदनीय है. सभी राजस्व कर्मचारी के सस्पेंड के आदेश की प्रति को जलाया गया व बैठक के प्रारंभ में ही जिलाधिकारी सुपौल के आदेश के प्रति निंदा प्रस्ताव पारित किया गया. धरना-प्रदर्शन के मध्य से सरकार को स्पष्ट संदेश दिया गया कि सभी राजस्व कर्मचारी द्वारा निर्णय किया गया कि हम लोग का सामूहिक अवकाश, अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी. हड़ताल की वजह से भूमि संबंधित कार्य, नामांतरण, परिमार्जन, आधार सीडिंग, पारिवारिक सदस्यता प्रमाणपत्र, वंशावली, कृषि गणना का कार्य बाधित हो गया है. हड़ताल के कारण आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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