नौ माह पहले सीबीडी स्टोन हुआ था
मृतका के चचेरे देवर मुन्ना दुबे ने बताया कि काजल का नौ माह पहले सीबीडी स्टोन हुआ था. उनके पति ने पटना स्थित निजी अस्पताल में उसका ऑपरेशन कराया गया था. उस समय वह गर्भवती थी. ऑपरेशन करनेवाले डॉक्टर ने उनके शरीर में एक स्टैंड लगाया था और कहा था कि बच्चा हो जाने के कुछ दिन बाद इसे निकलवा दीजियेगा.
वेंटिलेटर पर भी चली गयी थी
मुन्ना दुबे ने बताया कि उसका पति बीएसएफ में कांस्टेबल है. वर्तमान में असम के सिलीगुड़ी में पोस्टेड हैं. ऑपरेशन के बाद वह अपने बच्चों को लेकर पति के साथ वहीं रह रही थी. इस बीच काजल के पति ने सिलीगुड़ी में डॉक्टरों की सलाह पर उसके शरीर में लगे स्टैंड को निकलवा दिया.
स्टैंड निकलवाने के कुछ दिन बाद से ही उसकी तबीयत बिगड़ गयी और उसके लंग्स में पानी आ गया, जिसके कारण उसकी तबीयत काफी बिगड़ गयी. उसे 19 अप्रैल को सिलीगुड़ी से अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जा रहा था. इलाज के क्रम में वह वेंटिलेटर पर भी चली गयी थी.
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चलती ट्रेन में ही तोड़ दिया दम
सिलीगुड़ी स्थित निजी अस्पताल के डॉक्टर ने टालमटोल करते हुए उनका इलाज करता रहा, जिसके कारण उसकी तबीयत काफी गंभीर हो गयी. परिजन द्वारा उन्हें राजधानी एक्सप्रेस से सिलीगुड़ी से दिल्ली ले जाया जा रहा था. इसी बीच पटना के समीप उसने चलती ट्रेन में ही दम तोड़ दिया. इसके पश्चात परिजन शव को पटना जंक्शन पर उतार कर एंबुलेंस से कोईलवर थाना क्षेत्र के पचरुखिया कला गांव काजल के मायके ले आये.
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मचा कोहराम
परिजन शव को आरा सदर अस्पताल ले आये. सूचना पाकर पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और शव का पोस्टमार्टम करवायी. मृतका के चचेरे देवर मुन्ना दुबे ने सिलीगुड़ी स्थित निजी अस्पताल के डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने के कारण मौत होने का आरोप लगाया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. मृतका की शादी 28 फरवरी 2018 में हुई थी. उसे एक पुत्र आयांश एवं एक पुत्री आवेशी है. घटना के बाद मृतका के घर में कोहराम मच गया है. इस घटना के बाद मृतक के परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है.