कोईलवर.
नगर पंचायत के गौरैया स्थान घाट के सामने डेढ़ दर्जन सवारियों से भरी नाव सोन नदी के बीचोबीच पहले से डूबी नाव में लड़कर फट गयी. इस हादसे में नाव पर सवार सभी लोग डूबने लगे. आनन-फानन में किनारे पर खड़े लोग और अन्य ग्रामीण नाव के सहारे नदी में पहुंचे और डूब रहे लोगों को बचाया. इस दौरान अफरातफरी का माहौल कायम हो गया.सिक्सलेन पुल के नीचे हुई घटनाइस हादसे में शामिल सुरौंधा टापू निवासी 70 वर्षीय प्रभु राय समेत दसई राय, नितेश राय, सुरेंद्र राय, बंधु राय, कमलेश राय, छठु राय सहित अन्य लोगों ने बताया कि प्रत्येक दिन सुरौंधा टापू के लोग अपनी जरूरत की चीजों के लिए नाव से कोईलवर आते हैं. बुधवार को भी टापू के कई महिलाएं और पुरुष नाव से कोईलवर आये थे. लौटने के क्रम में देर शाम पांच बजे के करीब एक छोटी नाव पर सवार होकर लोग वापस सुरौंधा टापू लौट रहे थे. इसी बीच जब नाव बीच मझधार पहुंची, तो नाव सिक्सलेन पुल के नीचे बालू तस्करी करनेवाली नाव को रोकने के लिए लगायी गयी बैरियर से टकरा गयी. टकराने के बाद नाव डगमगाई और वापस पहले से डूबी दूसरी नाव से टकरा गयी. टकराने के साथ ही सवारियों से भरी नाव बीच से फट गयी. फटने के साथ ही पानी में डूबने लगी. इधर नाव डूबने के साथ ही उसपर सवार लोगों के बीच हाहाकार मच गया. घटना के बाद सभी डूबने लगे जिनमें दो महिलाएं भी थीं. इधर बीच मझधार हुई इस घटना के बाद मची चीख पुकार नदी के किनारे के लोगों को सुनाई दी, तो लोगों ने उन्हें बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी. साथ ही स्थानीय नाविक और गोताखोर भी नाव लेकर घटनास्थल की और भागे. इधर डूबती नाव पर सवार कई लोगों ने तैरकर सिक्सलेन पुल के पाये को पकड़ कर अपनी जान बचायी. साथ ही कई डूब रहे लोगों को पहले निकले लोगों ने धोती साड़ी फेंककर बाहर निकाला. मौके पर मची रही चीख-पुकारअंततः आधे घंटे से अधिक के चीख पुकार और बचाव के बाद सभी डेढ़ दर्जन नाव सवारों को बचा लिया गया और दूसरे नाव से किनारे लाया गया. इनमें से कई लोगों की पानी पीने से स्थिति खराब हो रही थी, जिन्हें आनन फानन में कोईलवर सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार कराया गया. इधर घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों का हुजूम कोईलवर के गौरैया घाट पर पहुंच गया और अपनों को तलाशने लगा. साथ ही अपने परिजनों के साथ किसी अनहोनी की आशंका को लेकर घाट पर ही रोने बिलखने लगे. जैसे-जैसे डूबे लोगों को पानी से सकुशल बाहर निकाला गया, वैसे-वैसे परिजनों ने राहत की सांस ली. इधर घटना को लेकर सूचना मिलते ही अपर थानाध्यक्ष सुभाष मंडल समेत अन्य अधिकरी व जवान घाट पर पहुंचे और बाहर निकले नाव सवारों का सीएचसी में प्राथमिक उपचार कराकर घर भेजा.
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