आरा. केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत अभियान, नमामि गंगे और प्रदेश सरकार के लोहिया स्वच्छ मिशन के तहत नगर में सफाई व्यवस्था को सुधारने और गंदगी से मुक्ति दिलाने के लिए नगर निगम द्वारा चलंत शौचालय खरीदे गये थे, लेकिन नगर निगम की लापरवाही के कारण इनका उद्देश्य पूरा नहीं हो पाया. अब ये शौचालय खुद ही गंदगी में तब्दील होकर सड़कों के किनारे खड़े हैं. इससे स्वच्छता अभियान की योजना विफल होती दिख रही है और नगरवासियों में काफी नाराजगी है. सरकार का उद्देश्य था कि घनी आबादी वाले क्षेत्र जैसे बाजार, बस पड़ाव, सब्जी मंडी आदि स्थानों पर चलंत शौचालय लगाये जाएं, ताकि नगरवासियों को खुले में शौच न जाना पड़े, लेकिन नगर निगम की उदासीनता ने इस योजना पर पानी फेर दिया.
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