मणिकांत पांडेय, गोह/ हसपुरा
सरकारी गैरमजरूआ जमीन पर बसा है गांव:
नौ को तिलक और 11 को बारात, कैसे होगी प्रतिमा की शादी
अब तो भगवान ही सहारा
संतोष चंद्रवंशी उन परिवारों में शामिल है, जो भूमिहीन है. एक घर ही है, जो पूरे परिवार का सहारा है. अब वह भी टूटने वाला है. संतोष चंद्रवंशी की पुत्री की शादी इसी माह 30 तारीख को होने वाली है. घर तोड़ने के नोटिस मिलने के बाद से पूरा परिवार सदमे में है. संतोष के साथ-साथ उसके भाई अजीत चंद्रवंशी और अक्षय चंद्रवंशी को भी नोटिस मिला है. संतोष की पत्नी रूबी देवी, गोतनी अनिता कुमारी और रीना देवी ने बताया कि अब तो उनके लिए भगवान ही सहारा है. वे कुछ कर भी नहीं सकते. संतोष के अलावा और भी कई परिवार है, जिनके घर में शादी है और उन्हें घर तोड़ने का नोटिस मिला है. मदीना खातून के पुत्र रिजवान की भी शादी इसी माह 14 अप्रैल को है. शाहबान अंसारी के पुत्र इबरार अंसारी की शादी कल ही यानी नौ अप्रैल को है.चर्चा में रामकुमार
आज चल सकता है बुलडोजर
अब का होतई बबुआ
गांव के अधिकांश घरों को ध्वस्त होने की चिंता हर किसी को सता रही है. 90 वर्ष की सुकनी देवी खाट पर चिंतित मुद्रा में बैठी थी. उसे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि क्या होने वाला है. जब उससे बात की गयी, तो बताया कि पूरी उम्र इसी गांव में और इसी घर में गुजर गयी. अब का होतई बबुआ ई समझ में ना आवईत हे. सब कुछ बर्बाद हो जतई.क्या कहते हैं सीओ
क्या कहते हैं सरपंच
पुरहारा पंचायत के सरपंच सुरेंद्र कुमार सुमन ने कहा कि पुरहारा गांव के जिन लोगों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस मिला है, वे सभी गरीब परिवार से है. दशकों से उसी जगह पर रह रहे हैं. अचानक नोटिस मिला है, जिससे उक्त परिवारों के बीच अफरा-तफरी का माहौल है. थोड़ा समय मिल जाता, तो सबकुछ ठीक हो जाता.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है