बजट सत्र के बीच आंगनबाड़ी सेविकाओं का बवाल, कलेक्टर ऑफिस का किया घेराव, दी बड़ी चेतावनी

Anganwadi workers: सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं ने अपनी शक्ति प्रदर्शित करते हुए बिहार सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर अपनी आवाज को बुलंद की. जिला मंत्री मीना कुमारी एवं कार्यकारी जिलाध्यक्ष संजू कुमारी ने कहा कि सरकार आंगनबाड़ी सेविकाओं को तंग करने के नियत से प्रतिदिन नया-नया कानून बना रही है.

By Paritosh Shahi | March 4, 2025 2:57 PM
an image

Anganwadi workers: बिहार में बजट सत्र चल रहा है. सोमवार को सरकार ने हर सेक्टर के लिए दिल खोलकर ऐलान किया. लेकिन इसी बीच मंगलवार को औरंगाबाद की सैकड़ो आंगनबाड़ी सेविकाओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर समाहरणालय का घेराव कर दिया. इसके बाद दानी बिगहा स्थित पार्क के समीप एक दिवसीय धरना दिया. यह धरणा बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका संघ सीटू के बैनर पहले दिया गया. आंदोलन की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष रविंद्र कुमार सिंह और संचालन डॉ विनोद ने किया.

नीति को बताया गलत

रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में बिहार सरकार द्वारा एफआरएस सिस्टम लागू किया जा रहा है, जो कभी संभव नहीं है. इसका मुख्य कारण है कि ना तो आज तक सेविका के पास नई मोबाइल दी गई है और नहीं समय से रिचार्ज बाजार मूल्य के अनुसार दिया जाता है. सभी लाभार्थी के पास मोबाइल नहीं है और नहीं छोटे बच्चों के पास मोबाइल फोन है. सभी के पास आधार कार्ड है. ऐसी स्थिति में एसआरएस नियम लागू करना बिल्कुल संभव नहीं है. सरकार की नीति पूरी तरह गलत है.

मानदेय देने का घोषित करने की मांग की

पदाधिकारी द्वारा सेविकाओं पर जबरन एफआरएस करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है, जो सरासर गलत है. आंगनबाड़ी सेविका संघ इसका पुरजोर विरोध करती है. संघ द्वारा यह मांग किया जा रहा है कि सरकार सबसे पहले सेविका और सहायिकाओं को समुचित साधन मुहैया कराए. सेविका को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाय. सेवानिवृत होने तक सेविका को 26 हजार तथा सहायिका को 18 हजार मानदेय देने का घोषित किया जाए. गुजरात के भांति ग्रेच्युटी अविलंब लागू करें.

सामाजिक सुरक्षा सटीक तथा अन्य मांगों की पूर्ति करें. मांगो की पूर्ति नही होने पर सभी आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका बड़ी आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगी तथा अनिश्चित कालीन हड़ताल भी करने का आंगनबाड़ी सेविका/सेविकाओं ने ऐलान किया है. मौके पर नंदू मेहता, गुड्डू कुमार, चितरंजन कुमार, गुरु चरण प्रसाद, सूर्य देव पांडेय, गीता कुमारी, रुबी कुमारी, पुष्पा कुमारी, सुनीता कुमारी, अर्चना कुमारी, मंजू कुमारी, कुमारी सुमन लता, तेतरी देवी समेत सैकड़ो से आंगनबाड़ी सेविका मौजूद थी. (औरंगाबाद से मनीष राज सिंघम की रिपोर्ट)

पढ़ें प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी: तेलंगाना टनल में फंसे संतोष साहू के गांव से ग्राउंड रिपोर्ट : पत्नी बोली- उनके सिवा कमाने वाला कोई नहीं

प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी: Child Mental Health : बच्चे हो रहे हैं दबंग, रेप और आत्महत्या करने में भी नहीं करते संकोच, जानिए क्या है वजह

संबंधित खबर और खबरें

यहां औरंगाबाद न्यूज़ (Aurangabad News) , औरंगाबाद हिंदी समाचार (Aurangabad News in Hindi), ताज़ा औरंगाबाद समाचार (Latest Aurangabad Samachar), औरंगाबाद पॉलिटिक्स न्यूज़ (Aurangabad Politics News), औरंगाबाद एजुकेशन न्यूज़ (Aurangabad Education News), औरंगाबाद मौसम न्यूज़ (Aurangabad Weather News) और औरंगाबाद क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर .

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version