लोगों को गुमराह किया जा रहा है
डीएम ने कहा कि प्रीपेड स्मार्ट मीटर बिल्कुल सही है. ग्रामीणों को गुमराह किया जा रहा है. उन्हें सही जानकारी नहीं दी जा रही है. हमें राजनीति पर ध्यान नहीं देना है, परंतु सही बात की जानकारी जनता को होनी चाहिए. डीएम ने बताया कि जिले में चार लाख 50 हजार उपभोक्ताओं के घर में प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य है. अब तक 55 हजार मीटर लगाया गया है.
क्या तेज भागता है मीटर
डीएम ने बताया कि गांव में मीटर लगाने के दौरान ग्रामीणों को हंगामा करने एवं कानून अपने हाथ में लेने की जरूरत नहीं है. मोबाइल की तरह प्रीपेड मीटर रिचार्ज होता है. मीटर तेज भागता है ऐसी बात नहीं है. दोनों मीटर को एक साथ लगाकर देखा गया है. रिचार्ज खत्म होने के बावजूद दो दिन तक विद्युत आपूर्ति की जाती है.
नवंबर तक प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि नवंबर तक सभी सरकारी कार्यालयों में प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य है. हर घर में मीटर लग जायेगा तो अधिक बिल की शिकायत खत्म हो जायेगी. प्रीपेड मीटर को लेकर अगर किसी उपभोक्ता को कहीं कोई शिकायत है तो वे बताएं. उसका निराकरण किया जायेगा. इस दौरान विद्युत विभाग के जेई राजू कुमार, डीपीआरओ श्वेता प्रियदर्शी भी मौजूद थे.
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