अंबा. भारतमाला परियोजना के अंतर्गत वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण से संबंधित मामला उलझता जा रहा है. एक ओर अधिकारी जहां निर्माण कार्य कराने में जुटे हैं, वहीं किसान जगह जगह इसके काम का विरोध कर रहे हैं. मंगलवार को अंबा थाना क्षेत्र के सोनबरसा गांव पहुंचे. अधिकारियों के टीम को एक बार फिर से किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा. जानकारी के अनुसार सीओ चंद्रप्रकाश, अंबा थानाध्यक्ष राहुल राज व पीएनसी कंपनी से जुड़े अधिकारी पुलिस बल के साथ सोनबरसा गांव पहुंचे थे. निर्माण कार्य से जुड़े कंपनी की मशीनों को अपने खेतों में उतरते देखते ही गांव के लोग इकट्ठा होकर विरोध करने लगे. किसानों का कहना था कि जब तक हम सभी को जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक अपनी जमीन नहीं देंगे. किसान नरेंद्र राय ने कहा कि हम सभी को जमीन का मुआवजा नहीं मिला है. ऐसे में हम अपनी जमीन छोड़ देते हैं, तो खेती-बाड़ी भी बंद हो जायेगा. गांव के किसान पप्पू तिवारी, शंभू नाथ तिवारी, रामाकांत तिवारी, धीरेंद्र तिवारी, अभिषेक राय, बबलू तिवारी आदि दर्जनों किसान ने भी विरोध जताया. इधर, सीओ ने किसानों को समझाने बुझाने का प्रयास किया, परंतु वे सुनने को तैयार नहीं हुए. सीओ ने बताया कि सरकारी प्रावधान के अनुरूप वरीय अधिकारियों के निर्देश पर मुआवजे की कार्रवाई की जा रही है. किसान इसमें सहयोग करने के बजाय विरोध जता रहे हैं, जो उचित नहीं है.
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