दाउदनगर. पिछले कई दिनों से जल जमाव की समस्या झेल रहे वार्ड दो व तीन स्थित बालूगंज के लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. आक्रोशित लोगों ने समस्या का समाधान नहीं होने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है. उनके समर्थन में भाकपा माले भी उतर गयी है. दरअसल बात यह है कि पहले वार्ड तीन, चार, पांच व छह के नाला और नाली का पानी इस इलाके से होकर गुजरता है. जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण वार्ड दो में लगभग 50 एकड़ खेती भी प्रभावित हो रही है. जल जमाव की समस्या को समाप्त करने के लिए और जल निकासी का प्रबंध करने के लिए नगर पर्षद द्वारा नाला का निर्माण रामाशीष मेहता के घर के पास से शुरू कराया गया, लेकिन हरि चौधरी के घर के पहले तक ही नाला निर्माण का कार्य हो पाया है. यहां तक काम विभागीय स्तर पर कराया गया.उसके बाद से सामुदायिक भवन तक नाला का निर्माण नहीं हो पाया. इसे टेंडर में भेजे जाने की बात हो रही है. इधर, समस्या यह उत्पन्न हो गयी कि एक पखवारे से भी अधिक समय से घरों के नाली का पानी मुख्य सड़क पर बह रहा है. लंबी दूरी तक भीषण जल जमाव सड़क पर हो गया है, जिससे करीब एक हजार से भी अधिक आबादी वाले बालूगंज में आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो गया है. स्थानीय निवासी किसी प्रकार नाला के नवनिर्मित स्लैब पर चढ़कर या फिर जल जमाव से होकर आवागमन करने को विवश है. गंदे पानी के जमाव के कारण बीमारी फैलने की आशंका बनी हुई है. यहां तक कि इ-रिक्शा एवं अन्य छोटे वाहन के आवागमन की स्थिति में पलट कर चोटिल होने की संभावना बनी रहती है. लोगों का स्पष्ट सवाल है कि यदि टेंडर के माध्यम से ही नाला का निर्माण करना था तो फिर कुछ ही दूरी तक विभागीय स्तर पर कराकर जल जमाव की समस्या क्यों उत्पन्न कर दी गयी और अगर विभागीय स्तर पर ही कराया जाना था, तो निर्माण कार्य को पूर्ण क्यों नहीं कराया गया. लोगों का यह भी कहना है कि सिर्फ सामुदायिक भवन तक ही नहीं बल्कि सोन तराई तक नाला का निर्माण कराया जाये, ताकि जल निकासी हो सके. स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि कम से कम तत्काल जल निकासी की व्यवस्था करायी जाये और जल जमाव की समस्या को समाप्त कराया जाये. इन लोगों ने इस समस्या की जानकारी भाकपा माले के टाउन सचिव बिरजू चौधरी को दी. इसके बाद श्री चौधरी ने पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. स्थानीय नागरिकों का रोष स्पष्ट तौर पर नगर पर्षद के प्रति झलक रहा था.
संबंधित खबर
और खबरें