जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने किसानों के साथ की बैठक
किसानों ने रखीं समस्याएं
बारुण प्रखंड के धनगाई से आये किसानों ने कहा कि पटना मेन कैनाल से निकली चंदा लाइन नहर से सटे गांवों में खेतों तक पानी पहुंचना मुश्किल है. इसलिए नहर के दोनों बगल उत्तर और दक्षिण सुरक्षा दीवार आवश्यक है. दोनों बगल पटना लाइन से नाली है, जो देखने के लायक भी नहीं है. धनगाई का मुख्य पटवन उसी के जरिये होता है. गांव से पूरब चहका भी स्थिति जीर्णशीर्ण है. किसान सिकंदर कुमार सत्यम, मुकेश कुमार, उपेंद्र प्रजापत, मनोज कुमार शर्मा, कमल नयन सहित अन्य किसानों ने समस्या का समाधान कराने की मांग करते हुए कहा कि इस समस्या की ओर न तो जनप्रतिनिधि का ध्यान है और न अधिकारियों का. हसपुरा के अमझर शरीफ पंचायत से पहुंचे किसानों ने कहा कि कोचहासा नहर का जल स्तर खेती योग्य जमीन के स्तर से नीचे होने के कारण सिंचाई करना कठिन हो गया है. किसान किसी तरह खेतों तक पानी पहुंचाने को विवश है. इस संबंध में सिंचाई प्रमंडल और जल संसाधन विभाग को कई बार पत्राचार किया गया है. सीआर (क्रॉस रेगुलेटर) निर्माण की मांग कई वर्षों से लंबित है. किसान रामाकांत शर्मा ने कहा कि अपर सचिव से मिलकर इस गंभीर समस्या से उन्होंने अवगत कराया है. आश्वस्त किया गया है कि पत्राचार आगे तक पहुंच चुका है और समस्या समाधान की दिशा में कार्रवाई होगी. इसी तरह करीब आधा दर्जन से भी अधिक किसानों द्वारा कार्यपालक अभियंता के समक्ष समस्या, शिकायत और सुझाव रखा गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है