गोह. 48 साल पहले गोह विधानसभा क्षेत्र के सागरपुर मतदान केंद्र पर हुई घटना में मरे आठ लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए गोविंदपुर गांव में आयोजित कार्यक्रम में कई प्रमुख नेता और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए. दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक डॉ लक्ष्मण यादव, बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और पूर्व मंत्री डॉ कांति सिंह समेत दर्जनों जनप्रतिनिधियों ने शहीद स्मारक का अनावरण किया और लोकतंत्र की रक्षा के लिए शहीद हुए पुरखों को नमन किया. प्रो लक्ष्मण यादव ने कहा कि सागरपुर और मियांपुर की घटनाएं इस बात की सीख है कि अन्याय, अत्याचार और सामंती सोच के खिलाफ संघर्ष ही रास्ता है. उन्होंने बहुजन समाज से एकता की अपील करते हुए कहा कि जातीय सेनाओं की क्रूरता जाति देखकर नहीं होती. बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने कहा कि भारत का इतिहास मगध से शुरू होता है और आज मगध अंगड़ाई ले रहा है. नौजवानों की चेतना हमें हिम्मत देती है. जो अपना इतिहास नहीं पढ़ सकता, वह अपना इतिहास नहीं बना सकता. उन्होंने युवाओं से पुरखों के बलिदान को याद रखने और लोकतंत्र की रक्षा में आगे आने की अपील की. पूर्व मंत्री डॉ कांति सिंह ने कहा कि इस दर्द से कोई न गुजरे, लेकिन हम उनके साहस और बलिदान को सलाम करते हैं. हमारे पुरखों ने हमें अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने की ताकत दी है. जिप प्रतिनिधि श्याम सुंदर ने कहा कि आज भी सामंतवाद जिंदा है, बस उसका रूप बदल गया है. सभा के अंत में प्रो लक्ष्मण यादव ने कहा कि 2025 चुनाव में बिहार से सामाजिक न्याय की सरकार बनानी होगी. इस मौके पर कई लोग उपस्थित थे.
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