ओबरा. ओबरा प्रखंड के मखरा गांव के दो किसानों को बिना बिजली का उपयोग किये ही ही 3500 रुपये का बिल थमा दिया गया. यह मामला विभाग के वरीय अधिकारियों के पास पहुंचा है. मखरा गांव में किसानों को कृषि कार्य के लिए बिजली उपयोग करने को लेकर एक वर्ष पहले पोल, ट्रांसफाॅर्मर व तार तो लगा दिया गया, लेकिन एक दिन भी कृषि कार्य के लिए बिजली की सप्लाई नहीं की गयी. एक साल बाद उपभोक्ताओं को उक्त कनेक्शन का 3500 का बिल विभाग द्वारा थमा दिया गया है, जिससे कृषि उपभोक्ता व किसान परेशान है. उक्त गांव निवासी इंद्रदेव शर्मा व रामकुमार शर्मा ने बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता के साथ-साथ राज्य के मुख्य सचिव तथा जिलाधिकारी औरंगाबाद को आवेदन देते हुए न्याय की गुहार लगायी है. दोनों किसानों ने बताया कि एक साल पूर्व कृषि कार्य के लिए उन लोगों ने बिजली का कनेक्शन लिया था. ठेकेदार द्वारा पोल गाड़ा गया. तार खिंचने के बाद ट्रांसफार्मर भी लगा दिया गया, लेकिन बिजली की सप्लाई एक दिन भी नहीं की गयी. इसकी शिकायत भी बिजली विभाग के अधिकारी के पास की गयी थी. एक साल बाद बिना बिजली उपयोग किए 3500 का बिल विभाग द्वारा भेजा गया है. इधर, उक्त गांव निवासी सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक कमलेश कुमार विकल ने बताया कि बिजली विभाग का यह कोई नया कारनामा नहीं है, बल्कि उपभोक्ताओं का लगातार शोषण किया जा रहा है. बिजली बिल बकाया रहने पर कनेक्शन काट दिया जाता है और कनेक्शन जोड़ने के नाम पर अवैध राशि की वसूली की जाती है. जब उपभोक्ताओं की किसी तरह की परेशानी होती है तो उस पर ध्यान भी नहीं दिया जाता है. उन्होंने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कार्रवाई करने की मांग की है. इधर, बिजली विभाग के एसडीओ ने इस संबंध में पूछे जाने पर बताया कि जांच कर सुधार कर दिया जायेगा.
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