औरंगाबाद शहर. जिले में महिला संवाद सभी 11 प्रखंडों के चयनित 30 ग्राम संगठनों में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया. औरंगाबाद जिले में अभी तक 695 ग्राम संगठनों में महिला संवाद का आयोजन किया गया है. अब तक 123508 प्रतिभागियों ने महिला संवाद में भाग लिया, जिसमें 99885 जीविका दीदियां, 13751 अन्य महिलाएं व 9872 पुरुषों ने भाग लिया है. जिले में प्रतिदिन 15 महिला संवाद रथ का संचालन दो पालियों में किया जा रहा है. महिला संवाद बिहार सरकार का महिलाओं के साथ सीधा संवाद करने की अनूठी पहल है. जहां महिला सशक्तीकरण संबंधी योजनाओं की जानकारी महिलाओं के साथ साझा की जा रही है. महिलाएं इन योजनाओं से हुए सीधे लाभ की बात करती हैं और योजनाओं को और बेहतर बनाने की बात भी संजीदगी के साथ करती है. कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं अब अपने सपनों और आकांक्षाओं को खुलकर व्यक्त कर रही हैं. राज्य सरकार की पहल, महिला संवाद, उनके लिए उम्मीदों का एक ऐसा मंच साबित हो रहा है, जहां वे न केवल अपनी समस्याओं को उजागर कर रही हैं, बल्कि विकास की नयी संभावनाओं की ओर भी इशारा कर रही हैं. इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाएं अपनी अपेक्षाओं और आवश्यकताओं को सीधे सरकार तक पहुंचा रही हैं. वहीं, सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर अपने जीवन में हुए बदलाव को साझा कर दूसरों को प्रेरित भी कर रही हैं. पिछले 20 सालों में राज्य में हुए विकास को उत्तरोत्तर गति प्रदान करने के उद्देश्य से महिला संवाद में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो रही हैं. जहां गांव की महिलाएं गांव के विकास के लिए अपनी इच्छाएं व आकांक्षाओं को सूचीबद्ध करा रही हैं. अब तक 15902 अपेक्षाओं का ऐप में प्रविष्ट की जा चुकी है. ग्राम संगठन स्तर पर राज्य के सभी जिलों में महिला संवाद आयोजित किये जा रहे. साथ ही राज्य सरकार द्वारा संचालित लोक कल्याणकारी योजना की सफलता पर आधारित फिल्मे भी महिला संवाद रथ में प्रदर्शित की जा रही है. इसके साथ ही महिला सशक्तीकरण व स्वावलंबन के लिए राज्य में संचालित योजनाओं से संबंधित लीफलेट महिलाओं के बीच वितरित किया जा रहा है, ताकि अब तक अगर कोई भी महिला योजनाओं का लाभ नहीं ले पायी है, तो उससे जुड़कर अपने जीवन में बदलाव लाये और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का महिलाओं के नाम संदेश भी सभी को दिया जा रहा है.
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