Banka News : बांका. आज अधिकांश खेती रासायनिक खाद के भरोसे हो रही है. इसका दुष्परिणाम मानव शरीर पर दिखने लगा है. लोग बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. यह पर्यावरण के लिए काफी घातक साबित हो रहा है. इस बाबत कृषि विभाग ने रासायनिक खाद पर खेती की निर्भरता कम करने की योजना बनायी है. रासायनिक खाद के विकल्प में जैविक उर्वरक को बढ़ावा दिया जायेगा. इसके लिए चतुर्थ कृषि रोड मैप के तहत जैविक खेती प्रोत्साहन कार्यक्रम लाया गया है. इस योजना के तहत जिले में 443 पक्की वर्मी कंपोस्ट इकाई का निर्माण कराया जायेगा. जबकि दो बायोगैस इकाई भी स्थापित की जायेगी. यहां से तैयार उर्वरक किसान अपने खेतों में इस्तेमाल करेंगे. ताकि मिट्टी की उर्वरा शक्ति में वृद्धि हो. साथ ही फसल भी अधिक पौष्टिक व शुद्ध मिल सके. विभाग का मानना है कि जैविक उर्वरक का प्रयोग करने से पर्यावरण का संरक्षण होगा और फसलों के लागत मूल्य में भी कमी आयेगी.
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