लाभुकों का नहीं हो पा रहा जीवन प्रमाणीकरण
जानकारी के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के 19 पंचायत में 13 हजार पेंशनधारी हैं, जिनका जीवन प्रमाणीकरण करना साल में एक बार अनिवार्य है. लोगों का कहना है कि अगर प्रखंड प्रशासन पंचायतवार जीवन प्रमाणीकरण करने को लेकर व्यवस्था कर दें तो शायद इतनी भीड़ और अव्यवस्था आरटीपीएस काउंटर के बाहर नहीं होगी. बताया जा रहा है कि अब तक 13 हजार में से महज 7000 पेंशनधारियों का जीवन प्रमाणीकरण कराया गया है. भरतशिला पंचायत से जीवन प्रमाणीकरण करने पहुंचे अहिल्या देवी, करुणा देवी, नीता देवी, सुलेखा देवी परमानंदपुर पंचायत के सुरेश यादव, अरविंद यादव आदि ने बताया कि वे लोग पिछले चार दिनों से आरटीपीएस काउंटर पर आते हैं और अव्यवस्था को देख अपनी जान की सुरक्षा की चिंता कर वापस लौट जाते हैं. बीडीओ नीतीश कुमार द्वारा बताया गया कि आरटीपीएस कर्मी का दूसरे प्रखंड में भी प्रतिनियुक्ति के कारण सामाजिक सुरक्षा पेंशनधारी के काम के लिए सप्ताह में तीन दिन ही आरटीपीएस काउंटर पर काम होता है.
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