स्टैंड से कांवर उठाने से पहले सभी श्रद्धालु खुद पर छिड़कते हैं गंगाजल
दीपक चौधरी, कटोरियाप्राइवेट धर्मशालाओं व नि:शुल्क सेवा शिविरों में मिल रही राहत
कांवरिया पथ के विभिन्न स्वयं सेवी संगठनों व संस्थाओं द्वारा संचालित प्राइवेट धर्मशालाओं व नि:शुल्क सेवा शिविरों में भी ठहरने वाले कांवरियों की दिन-रात बेहतरीन सेवा की जा रही है. यहां कांवरियों को ठहरने की उत्तम व्यवस्था के अलावा पेयजल, शौचालय, स्नानागार, नींबू चाय, शरबत, ठंडा जल, गर्म पानी, प्राथमिक उपचार के अलावा नाश्ता व भोजन की सेवा भी नि:शुल्क उपलब्ध करायी जा रही है. जिसमें किशनगंज सेवा सदन, छत्तीसगढ़ धर्मशाला, मिथिला आश्रम, नथमल धर्मशाला, असम धर्मशाला, सीवान धर्मशाला, बोलबम सेवा समिति धर्मशाला टोनापाथर अबरखा, व्याहुत कलवार सेवा शिविर पाकुड़, जोगबनी-विराटनगर कांवरिया सेवा शिविर, नि:शुल्क पूर्णिया सेवा शिविर आदि शामिल हैं. विदित हो कि सुल्तानगंज से देवघर के बीच लगभग एक सौ चालीस की संख्या में नि:शुल्क सेवा शिविर व करीब एक दर्जन प्राइवेट धर्मशालाओं का संचालन पूरे सावन मास में होता है. कुछ जगहों पर सालों भर भी सेवा प्रदान की जाती है.
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