अमरपुर. क्षेत्र में गत दिनों से हो रही बारिश ने भिखनपुर पंचायत में हर खेत तक पानी योजना के तहत लघु जल संसाधन विभाग से निर्माणाधीन डांड़ का तटबंधन ध्वस्त कर दिया. जिससे आस-पास के हजारों एकड़ खेतों में सिंचाई संकट उत्पन्न हो गयी. ग्रामीणों का आरोप है कि संवेदक ने पूर्व के मजबूत पक्के स्लिप-वे (छिटका) को तोड़कर उसकी जगह घटिया किस्म की कच्ची बांध बना दिया. बारिश के चलते यह कच्ची तटबंध ध्वस्त हो गयी, जिससे बीचोबीच खड़ा एक बिजली का खंभा भी गिर गया. इससे खेतों में काम कर रहे किसानों को जान का खतरा मंडराने लगा है. सूचना पट्ट भी नहीं लगाने के कारण किसान इस योजना से वंचित हैं. ग्रामीण अमित उर्फ डब्लू ईश्वर, विवेकानंद चौधरी, मुन्ना तिवारी, विभूति पंजियारा, रोहित कुमार, बिट्टू कुमार व रवि कुमार सहित दर्जनों किसानों ने विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी की. किसानों ने कहा कि यह डांड़ अंग्रेजी शासनकाल का करीब 100 वर्ष पुराना है और पहली बार इसके जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है. लेकिन इसमें व्यापक अनियमितता बरती गयी. संवेदक ने मजदूरों से मिट्टी की भराई तटबंध के ऊपर न करवा कर नीचे तलहटी में डलवाई, जिससे बांध की चौड़ाई संकरी हो गयी. पूर्व में स्लिप वे में पानी की ऊंचाई नियंत्रित करने के लिए तकता लगाने की व्यवस्था थी तथा तल भाग में 2 फीट व्यास की नाली लगी थी. जिससे रबि सीजन में अतिरिक्त जल को निकाला जा सकता था. परंतु विभाग व संवेदक ने उसे भी ध्वस्त कर दिया और कोई वैकल्पिक संरचना नहीं बनायी. ग्रामीणों ने बताया कि यह डांढ़ महादेवपुर, गोपालपुर, खरदौरी, भिखनपुर, रामचंद्रपुर, पवई, सुलतानपुर, बलुआ व सुरिहारी सहित दर्जनों गांवों के करीब 10,000 एकड़ खेतों की पटवन का मुख्य स्रोत था. छिटका निर्माण न होने से अब खरीफ फसल की स्थिति भगवान भरोसे हो गयी. किसानों ने वरीय अधिकारियों से डांड़ जीर्णोद्धार कार्य की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए पक्के स्लिप वे और तटबंध निर्माण की मांग की है.
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