साहेबपुरकमाल. गंगा में अचानक उफान से प्रखंड क्षेत्र का कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गया है, जबकि हजारों एकड़ जमीन में लगी खरीफ फसल नष्ट हो गया है.बाढ़ से घिर जाने पर सलेमाबाद गांव के लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है.गंगा नदी में आई अचानक उफान के कारण सलेमाबाद,ज्ञान टोल,बहलोरिया,श्रीनगर,छर्रा पट्टी और हीरा टोल गांव में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है.सलेमाबाद गांव चारो तरफ बाढ़ की पानी से घिर जाने से लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो गया है.घर के अंदर कैद लोगों को भोजन,शुद्ध पेयजल और अन्य जरूरी सामानों की किल्लत होने लगी है. पशुओं के लिए पशुचारा का अभाव हो गया है इसलिए लोग अब पशुओं को गांव से बाहर निकालकर सुरक्षित जगहों पर ले जाने लगे हैं.सनहा पश्चिम पँचायत का मुखिया प्रतिनिधि मनोज कुमार के अनुसार सनहा गांव के सामने दियारा क्षेत्र में अचानक बाढ़ का पानी फैल जाने से डेरा पर खूंटा में बंधा एक घोड़ा की मौत हो गई.किसानों के दरवाजे पर खड़ी कमसे कम चार से पांच ट्रैक्टर पानी मे डूब गया है.लोगों ने बताया कि गंगा नदी का जलस्तर इतना तेजी से बढ़ गया कि किसी को बचाने का मौका तक नहीं मिल पाया खूंटा में बंधा एक घोड़ा की डूबने से मौत हो गई जबकि ट्रैक्टर के छत के ऊपर से पानी बहने से ट्रैक्टर भी फंस गया. दूसरी तरफ संदलपुर पंचायत के ज्ञान टोल, बहलोरिया और रघुनाथपुर बरारी पंचायत के श्रीनगर गांव के कुछ भागों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से अब लोग घर को खाली करने और सुरक्षित जगहों पर शरण लेने की तैयारी में जुट गया है.सीओ संतोष कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के सलेमाबाद गांव बाढ़ के पानी से चारो तरफ से घिर गया है.अभी घर में पानी प्रवेश नहीं किया है.बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की लगातार निगरानी की जा रही है.सलेमाबाद गांव के लोगों को आने जाने के लिए चार नाव की व्यवस्था की गई है जिसमें तीन नाव कमला स्थान समस्तीपुर से सलेमाबाद और एक नाव जवान चिमनी समस्तीपुर से सलेमाबाद चलाया जा रहा है.जरूरत पड़ने पर नाव की संख्या बढ़ाई जाएगी.
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